Mcleodganj Himachal Pradesh: गर्मी के लिए फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन है मैकलोडगंज हिल स्टेशन, यहां की खूबसूरती मोह लेगी मन

अगर आप भी लू और भीषण गर्मी से बचना चाहते हैं, तो आपको यह हिल स्टेशन अवश्य जाना चाहिए। यहां की खूबसूरत वादी को देखते ही आप नैनीताल और मसूरी के खूबसूरती को भूल जाएंगे।

Sanjucta Pandit
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Mcleodganj Himachal Pradesh : इन दिनों बच्चों के स्कूल की गर्मी छुट्टियां चल रही है। ऐसे में सभी अपने फैमिली, पार्टनर या फिर अपने दोस्तों के साथ समर वेकेशन पर जाना चाहते हैं। इसके लिए वह गूगल पर बहुत से टूरिस्ट स्पॉट भी सर्च करते हैं। ऐसे मौसम में अधिकतर लोग हिल स्टेशन पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। हिल स्टेशन की बात की जाए तो इसमें सबसे पहले जम्मू कश्मीर, शिमला, नैनीताल आदि का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है। ऐसे में आज हम आपको हिमाचल प्रदेश में स्थित एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताएंगे, जो आजकल ट्रैक्टर्स के बीच काफी पॉप्युलर हो रहा है। यहां देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं। यह हिल स्टेशन तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का घर भी है। अगर आप भी लू और भीषण गर्मी से बचना चाहते हैं, तो आपको यह हिल स्टेशन अवश्य जाना चाहिए। यहां की खूबसूरत वादी को देखते ही आप नैनीताल और मसूरी के खूबसूरती को भूल जाएंगे।

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कांगड़ा जिले में स्थित

मैक्लोडगंज हिल स्टेशन हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है। यहा देश और विदेश से लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां की प्राकृतिक सौंदर्यता, आध्यात्मिकता और ऐतिहासिक महत्व लोगों का मन मोह लेती है। यहां का शांत वातावरण, पहाड़ी दृश्य और स्थानीय संस्कृति टूरिस्टों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां आपको पहाड़ों पर तैरते हुए बादल देखने को मिलेंगी। बता दें कि इस हिल स्टेशन को ‘छोटा ल्हासा’ भी कहा जाता है। यह प्राचीन तिब्बती और ब्रिटिश संस्कृतियों का एक संगम है। इसके अलावा, यहां पर आपको तिब्बती संस्कृति के महत्वपूर्ण अंश जैसे तिब्बती बाज़ार, मंदिर और धार्मिक स्थल भी देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही, ब्रिटिश काल के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रमाण यहां पर मिलता है। मैक्लोडगंज हिल स्टेशन संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां पर तिब्बती और बौद्ध संस्कृति का आपको एक मिश्रण मिल जाएगा। आप तिब्बती खाने का भी लुत्फ उठा सकते है। यहां पर घूमने के लिए अनेक तिब्बती मठ हैं।

नामग्याल मठ की करें सैर

बता दें कि धर्मशाला जाने वाले टूरिस्ट मैक्लोडगंज से भी धर्मशाला की सैर कर सकते हैं। यहां वह नामग्याल मठ की सैर कर सकते हैं जोकि तिब्बती धर्म के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक है। जिसकी नींव 16वीं सदी में रखी गई थी। यहां तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का निवास स्थान है। इसे भिक्षुओं द्वारा धार्मिक मामलों में दलाई लामा की मदद करने के लिए स्थापित किया गया था।

ट्रैकिंग के लिए है फेमस

मैक्लोडगंज हिल स्टेशन ट्रैकिंग के लिए काफी फेमस जगह है। यहां टूरिस्ट त्रिउंड ट्रेक जा सकते हैं। यह ट्रेक पहाड़ियों के बीच स्थित है।इसकी ऊंचाई लगभग 2828 मीटर है, यहां से आपको शानदार पहाड़ी दृश्य का आनंद उठाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, मिंकियानी दर्रा भी इस इलाके का प्रसिद्ध और प्राकृतिक आकर्षण स्थल है। यह धौलाधार पर्वतमाला का हिस्सा है।

ऐसे पड़ा नाम

अब आपके मन में यह सवाल उठ रहें होंगे कि आखिर इस हिल स्टेशन का नाम मैक्लोडगंज हिल स्टेशन का नाम क्यों और कैसे पड़ा, तो आपको बता दें कि यह नाम ब्रिटिश इंडिया के पूर्व पंजाब के लेफ्टिनेंट गवर्नर डेविड मैक्लेओड के नाम पर पड़ा है। दरअसल, उन्होंने इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसलिए उन्हीं के नाम पर इस डेस्टिनेशन का नाम रखा गया है।

ऐसे पहुंचे

हवाई मार्ग: अगर आप फ्लाइट से यहां आते हैं तो आपको धर्मशाला एयरपोर्ट पर उतरना होगा। यहां से मैक्लोडगंज करीब 20-25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से आप बस या गाड़ी बुक करके पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग: वहीं, यदि आप ट्रेन से यहां पहुंचना चाहते हैं तो आपको धर्मशाला रेलवे स्टेशन आना होगा है। यहां से आप केब, बस या टैक्सी से मैक्लोडगंज पहुंच सकते हैं।

सड़क मार्ग: मैक्लोडगंज हिल स्टेशन अपनी गाड़ी या बस के माध्यम से भी पहुंचा जा सकता है।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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