दुनिया का सबसे महंगा स्कूल, फीस इतनी की आ जाए लग्जरी गाड़ी व बंगला! बच्चों के लिए होती है पर्सनल गाइड

इस स्कूल की स्थापना कॉल कर्नल ने 1880 में की थी। यहां हर स्टूडेंट को पर्सनल गाइडेंस, बेहतर सुविधा और क्वालिटी आफ एजुकेशन मिलता है। यह दुनिया का इकलौता बोर्डिंग स्कूल है, जिसमें दो कैंपस है।

दुनिया में स्कूलों की भरमार है। हर देश में एक-से-बढ़कर-एक शानदार स्कूल है, जो महंगाई के मामले में अव्वल स्थान प्राप्त कर चुके हैं। यहां पढ़ना हर किसी के बस की बात नहीं है। महंगे स्कूलों में एडमिशन के लिए पेरेंट्स को काफी अधिक जद्दोजहद करनी पड़ती है, तब भी उनका एडमिशन नहीं हो पाता है। भारत में एक-से-बढ़कर-एक महंगे स्कूल है, जहां अपने बच्चों को पढ़ाना हर माता-पिता का सपना होता है। भले ही इसके लिए उन्हें बहुत ज्यादा प्रयास क्यों ना करनी पड़े, लेकिन वह हार नहीं मानते हैं।

इन स्कूलों में फीस बहुत अधिक होती है। उतनी फीस में लोग महीने भर का खर्चा भी निकाल लेते हैं। आज हम आपको दुनिया का सबसे महंगा स्कूल के बारे में बताने जा रहे हैं। यहां की फीस में आप शानदार लग्जरी बंगला और गाड़ी खरीद सकते हैं।

दुनिया का सबसे महंगा स्कूल

भारत में लाखों रुपए फीस वाले स्कूल मौजूद है, लेकिन दुनिया का सबसे महंगा स्कूल (The World’s Most Expensive School) अपने आप में बहुत ही ज्यादा शानदार और लाजवाब है। यहां से पास आउट होने वाले छात्र बहुत ही खास होते हैं। यहां पर शिक्षा का स्तर बहुत ही उच्च लेवल का है। यहां की फीस लाखों में नहीं, बल्कि करोड़ों में है। जितने में आप लग्जरी बंगला, गाड़ी खरीद सकते हैं या फिर अपने शौक को पूरा कर सकते हैं। इस स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना आम इंसान के बजट के बाहर है। इतनी फीस में अमूमन आम लोगों के बच्चों का पूरा जीवन सुख और आराम से कट सकता है।

Institut Le Rosey

दरअसल, हम जिस महंगे स्कूल की बात कर रहे हैं, वह स्विट्जरलैंड में स्थित है। यह दुनिया का सबसे महंगा स्कूल माना जाता है। यहां 50 से अधिक देशों के बच्चे पढ़ाई के लिए आते हैं। इस स्कूल का नाम Institut Le Rosey है। इसकी फीस भरना हर किसी के बस की बात नहीं है। यहां सालाना 1 करोड रुपए से ज्यादा फीस चुकानी पड़ती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस स्कूल की फीस 1,33,000 यूएस डॉलर यानी तकरीबन 11,1,64,385 रुपये है। वर्तमान की बात करें, तो यहां लगभग 280 बच्चे ही पढ़ते हैं, जो कि दुनिया भर के अलग-अलग देश से आते हैं। जिनमें अमीर और रॉयल फैमिलीज शामिल है। यह दुनिया में स्कूल ऑफ किंग्स के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस स्कूल में स्पेन, ईरान, बेल्जियम और ग्रीस जैसे देश के राजाओं ने पढ़ाई की है।

दुनिया का इकलौता बोर्डिंग स्कूल

इस स्कूल की स्थापना कॉल कर्नल ने 1880 में की थी। यहां हर स्टूडेंट को पर्सनल गाइडेंस, बेहतर सुविधा और क्वालिटी आफ एजुकेशन मिलता है। यह दुनिया का इकलौता बोर्डिंग स्कूल है, जिसमें दो कैंपस है। एक समर सीजन के लिए तो दूसरा विंटर सीजन के लिए है, ताकि बच्चे मौसम के हिसाब से बेहतरीन अनुभव प्राप्त कर सके। इस स्कूल में टेनिस कोर्ट, शूटिंग रेंज, एक्वेस्ट्रियन केंद्र और कंसर्ट हॉल है। यह स्कूल देखने में किसी लग्जरी पैलेस से काम नहीं लगता।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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