दोस्ती से ज्यादा दुश्मनी पाल लेते हैं इस नामाक्षर के लोग, गुस्से के होते हैं तेज

हर व्यक्ति के नाम में उसके व्यक्तित्व से जुड़े हुए गहरे राज छुपे हुए हैं। अगर हमें किसी को पहचानना है और उसके अंदर मौजूद गुणों का पता करना है तो हम नाम से सब कुछ जान सकते हैं।

हर व्यक्ति के लिए नाम उसकी पहचान का काम करता है। लोग उसे उसके नाम से ही पुकारते हैं और उसके बारे में जब बात करनी होती है तभी नाम का ही सहारा लिया जाता है। कुल मिलाकर नाम एक व्यक्ति के लिए जीवन भर की पहचान बन जाता है। स्कूल,कॉलेज से लेकर ऑफिस ओर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा हर काम उसके नाम से ही किया जाता है।

अगर कोई आपसे कहे कि नेम साइकोलॉजी के जरिए आप किसी के भी व्यक्तित्व को जान सकते हैं तो आप क्या कहेंगे। जाहिर सी बात है आप यह बोलेंगे कि स्वभाव के आधार पर ही हम किसी को भी पहचान सकते हैं नाम की क्या जरूरत है। लेकिन यह एक ऐसा तरीका है जो नाम के पहले अक्षर से किसी के भी व्यक्तित्व की जानकारी दे सकता है। चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताते हैं जिनका नाम P अक्षर से शुरू होता है।

होते हैं गुस्सैल (Name Psychology)

जिन लोगों का नाम प अक्षर से शुरू होता है यह लोग गुस्से के बहुत तेज होते हैं। छोटी छोटी सी बातों पर इन्हें बहुत गुस्सा आ जाता है और अपने गुस्से के आगे ये किसी की भी नहीं चलने देते। अपनी इस आदत की वजह से यह दोस्तों से ज्यादा दुश्मन पाल लेते हैं।

करते रहते हैं झगड़ा

इस नाम के लोग झगड़ालू किस्म के होते हैं और बात-बात पर किसी के भी माथे आ जाते हैं। इन्हें लड़ने के लिए एक छोटा सा पॉइंट चाहिए होता है। यह राई का पहाड़ बनाने में माहिर होते हैं। यह किसी न किसी वजह से लड़ाई झगड़ा करते रहते हैं।

करते रहते हैं मजाक

वैसे तो यह लोग बहुत गुस्सैल होते हैं लेकिन ऐसे इनका स्वभाव काफी खुश मिजाज होता है। अपने हंसी मजाक से यह माहौल को हमेशा खुशनुमा बना कर रखने की कोशिश करते हैं। इनका सेंस ऑफ़ ह्यूमर कमाल का होता है जो इन्हें दूसरों से अलग बनाने का काम करता है।

दया का भाव

इस नाम अक्षर के लोगों के दिल में लोगों के प्रति दया का भाव होता है। अगर यह किसी को परेशानी में देखते हैं तो इन्हें तुरंत ही उसे पर दया आ जाती है। यह हर किसी की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं और कभी भी किसी की हेल्प करने से मना नहीं करते।

अनुशासन में नहीं रहते

इस नाम अक्षर के लोग अनुशासन में नहीं रहते हैं। यह मस्त मौला स्वभाव के होते हैं और वही करते हैं जो इनका मन होता है। अनुशासन से इनका कोई लेना-देना नहीं होता यही कारण है कि उनके बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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