Monuments Built by Indian Women : भारत में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। पूरब से लेकर पश्चिम तक, उत्तर से लेकर दक्षिण तक… हर एक छोर पर बीच से लेकर पहाड़ की वादियां लोगों का मन मोह लेती है। इंडिया में बहुत सी ऐसी ऐतिहासिक इमारतें हैं, जो अपने साथ कई दशक पहले की गाथाएं समेटे हुए हैं। इनमें से 8 ऐसी ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिन्हें पुरुषों ने नहीं बल्कि महिलाओं ने बनवाया था। यह आज भी लोगों के बीच काफी ज्यादा प्रचलित है। आज की बात करें या फिर इतिहास की बात करें, महिलाएं किसी भी कार्य में पुरुषों से काम नहीं रही हैं।
वैसे तो ज्यादातर इमारतें को राजा-महाराजाओं या फिर मुगल शासको द्वारा बनवाया गया था, लेकिन आज हम आपको उन 8 इमारतों के बारे में बताएंगे, जिन्हें रानी या फिर किसी की बेगम ने बनवाया था।

हुमायूं का मकबरा
अपने दिल्ली में स्थित हुमायूं का मकबरा के बारे में अवश्य सुना होगा, जो टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में शामिल है। जिसे हुमायूं की प्रिय बेगम बेबा ने अपने पति को श्रद्धांजलि देने के लिए साल 1565 में बनवाया था। इसकी सुंदरता और आकर्षक शैली पर्यटकों का मन मोह लेती है।
रानी की वाव
रानी उदयमति ने 11वीं शताब्दी में रानी की वाव अपने पति राजा भीमदेव प्रथम की याद में बनवाया था। जिसका निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था। यह गुजरात के पाटन में स्थित है, जो कि सरस्वती नदी के किनारे बनी बावड़ी है। यह देखने में भव्य लगती है।
मोहिनेश्वर मंदिर
गुलमर्ग-कश्मीर के तत्कालीन राजा हरि सिंह की पत्नी महारानी मोहनी बाई सिसोदिया ने मोहिनेश्वर शिवालय मंदिर का निर्माण कराया था, जो आज वहां का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है।
एतमादुद्दौला का मकबरा
आगरा का ताजमहल पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है, जो कि सात अजूबों की लिस्ट में भी शुमार है। यहीं पर एतमादुद्दौला का मकबरा भी बनाया गया है, जो पूरे सफेद संगमरमर से बना है। इसे मुगल बादशाह जहांगीर की पत्नी नूरजहां ने अपने पिता मिर्जा गियास बैग की याद में बनवाया था। आगरा घूमने जाने वाले पर्यटक इस मकबरे का भी दीदार करने जरूर जाते हैं।
विरुपाक्ष मंदिर
साउथ इंडिया टूरिज्म के लिए काफी फेमस जगह है। यहां कर्नाटक के पट्टदकल में विरुपाक्ष मंदिर स्थित है, जिसे रानी लोकमहादेवी ने 740 ईसा पूर्व अपने पति राजा विक्रमादित्य द्वितीय की पल्लव शासको पर विजय के उपरांत बनवाया था। जो आज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है। इसकी आकर्षक शैली लोगों को काफी पसंद आती है।
मिरजान किला
कर्नाटक में मिरजान किला भी काफी ज्यादा फेमस है। जिसका निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था। इसे तुलुवा-सुलुवा वंश की रानी चेन्नाभैर देवी ने बनवाया था। जिन्हें काली मिर्च रानी के नाम से भी लोग जानते हैं। यहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है।
ताज-उल-मस्जिद
इस लिस्ट में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम भी शामिल है, जहां भारत ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक ताज-उल-मस्जिद भी है। जिसका निर्माण भोपाल की बेगम शाहजहां ने 20वीं शताब्दी में करवाया था। गुलाबी रंग की इस विशाल मस्जिद की दो सफेद गुंबदनुमा मीनारें हैं।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
इसके अलावा, कोलकाता का दक्षिणेश्वर काली मंदिर भी इस लिस्ट में शामिल है, जो पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के तट पर स्थित है। इस प्राचीन हिंदू मंदिर को रानी रासमणि ने साल 1855 में बनवाया था। यह देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी फेमस है। यहां विदेशी पर्यटक भी पूजा करने के लिए पहुंचते हैं। दुर्गा पूजा और काली पूजा के दौरान यहां भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ उमड़ती है।