दुनिया में एक से बढ़कर एक पक्षी की प्रजातियां मौजूद है। हर किसी के नाम की जानकारी अधिकतर लोगों को नहीं है। हालांकि, सभी पक्षियों की अपनी एक अलग विशेषता होती है। जिसके कारण उन्हें जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पृथ्वी पर 9500 से भी अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। जिनके रंग अलग-अलग होते हैं। जिनके जीवित रहने का समय भी अलग-अलग होता है। इन सभी पक्षियों के गुण भी अलग हैं। कुछ पक्षी देखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर होते हैं, तो कुछ पक्षी बहुत अजीब भी होते हैं। कुछ पक्षी दिमाग के बहुत तेज होते हैं, तो कुछ पक्षी हर दिशा में उड़ने में माहिर होते हैं।
सभी पक्षी अपने अलग-अलग गुणों के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको उल्लुओं के बारे में बताने जा रहे हैं। यह जंगलों में नहीं, बल्कि इंसानों की बस्ती में भी आसानी से पाए जाते हैं।

रात्रिचर प्राणी
उल्लू एक ऐसा पक्षी है, जो ज्यादातर रात में ही उड़ते हुए देखे जाते हैं। इसलिए उन्हें रात्रिचर प्राणी कहा जाता है। सनातन धर्म में इस शुभ और अशुभ संकेतों से भी जोड़कर देखा जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उल्लू अपना सिर पूरी तरह से घूम सकता है। यह दुनिया में एकमात्र ऐसा पक्षी है, जो सिर घूमाकर अपना शिकार ढूंढ लेता है। इसका यही अंदाज इसे बाकी सभी पक्षियों से अलग बनाता है।
आंखें होती है तेज
जी हां! यह सुनने में बहुत ही आश्चर्यजनक है, लेकिन उल्लू अपने सिर को 270 डिग्री तक घूमा सकता है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, दुनिया भर में 200 से ज्यादा प्रजाति उल्लू के पाए जाते हैं, जिनकी आंखें बहुत तेज होती है। उनका विजन बिनोक्युलर होता है, इसका अर्थ है वह किसी भी चीज को एक समय में दोनों आंखों से देख लेता है। इससे वाइड रेंज मिलती है।
किसानों का अच्छा मित्र
रात के समय उल्लू इसलिए घूमते हैं, क्योंकि इस दौरान उनकी आंखें बड़ी हो जाती है। यह काफी दूर तक की आवाजों को सुन सकता है। उनकी आंखों पर तीन पलके होती हैं। एक झपकाने के लिए, दूसरी सोने के लिए, तो वहीं तीसरी आंखों को साफ और स्वस्थ रखने के काम आती है। बता दें कि एक उल्लू साल भर में 1 हजार चूहे खा सकता है। यह चूहे को पूरी तरह से निगल जाता है। इसी कारणवश यह किसानों के अच्छे मित्र भी माने जाते हैं।