महंगे हुए संतरे- नींबू, Vitamin C के लिए खाएं ये फल

Atul Saxena
Published on -

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। नींबू (Lemon) के भाव आसमान छू रहे हैं, महंगाई के मामले में पेट्रोल के बाद महंगाई के नाम पर जो सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग है वो है नींबू। इन दिनों मीम्स की दुनिया का फेवरेट भी नींबू ही है, जिसकी महंगाई पर अलग अलग जोक्स बन रहे हैं। गर्मियों में तरावट के लिए नींबू का उपयोग बहुत होता रहा है।  कभी शिकंजी, कभी मोइतो, नींबू सोडा, लेकिन नींबू की महंगाई के चलते ये पेय इस बार कम ही डिमांड में है।

अब सवाल ये उठता है कि अगर नींबू न खाया या पिया जाए तो अपने शरीर में विटामिन सी (Vitamin C) की कमी कैसे पूरी की जाए? क्योंकि, नींबू के अलावा संतरे (Orange) का भी यही हाल है जो इस सीजन में कम ही मिलता है। ऐसे में शरीर में विटामिन सी (Vitamin C) का लेवल बनाए रखना बड़ी चुनौती है। इसके कुछ ऑप्शन जरूर मौजूद हैं, कुछ ऐसे फल हैं जो नींबू की तरह आपके शरीर को विटामिन सी दे सकते हैं।

ये भी पढ़ें – गर्मियों में खाएं पेट भर के भिंडी और जाने हैरान कर देने वाले फायदे

पपीता

पपीते में विटामिन ए (Vitamin A) के अलावा विटामिन सी (Vitamin C) भी मौजूद होता है। ये वजन घटाने में कारगर है साथ ही रोगों से लड़ने की ताकत भी देता है।

अमरूद

अमरूद को कई जगह जाम और बिही भी कहते हैं। वैसे तो अमरूद सर्दियों में मिलता है, लेकिन इसके कुछ बारहमासी पेड़ हैं जो गर्मियों में भी जाम फल देते हैं। जाम खाकर भी विटामिन सी की कमी पूरी की जा सकती है।

ये भी पढ़ें – इस दिन से फिर शुरू होगी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, सीएम शिवराज होंगे शामिल

आम

आम का तो सीजन शुरू हो ही चुका है।  आम पक कर जितना मीठा होता है, कच्चे रूप में उतना ही खट्टा होता है।  कच्चा आम यानि कैरी, कैरी की खटास में भी विटामिन सी के गुण छिपे हैं,  कैरी का पना पिएं या फिर जीभर कर आम खाएं विटामिन सी की कमी नहीं होगी।

आंवला

आंवला भी विटामिन सी की खान है।  गर्मियों में आंवला कम मिलेगा लेकिन बाजार में इसकी कैंडी, मुरब्बा या अचार आसानी से मिलेगा।

ये भी पढ़ें – Teacher Recruitment 2022: 4100 से ज्यादा शिक्षकों के पदों पर भर्ती, मौका जाने से पहले करें अप्लाई

अंगूर

अंगूर खट्टे हैं ये तो आपने कई बार कहा होगा, अब ये भी जान लीजिए कि अंगूर का ये खट्टापन है ही विटामिन सी की वजह से। ये शरीर की कमजोरी दूर करने के साथ साथ स्किन को चमक भी देता है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News