जीवनभर में हमारा दिमाग स्टोर करता है 10 लाख जीबी डेटा, जानिए मानव मस्तिष्क से जुड़े मनोवैज्ञानिक तथ्य

Psychology

Psychological facts related to human brain : मनोविज्ञान में मानव और अन्य जीवों की मानसिक प्रक्रियाओं, व्यावहारिक अनुभूतियों और उससे जुड़े अन्य बिंदुओं का अध्ययन किया जाता है। जब हम मानव व्यवहार की बात करते हैं तो इसका उद्देश्य मानव मानसिक क्रियाओं को समझना, वर्णन करना, और विश्लेषण करना है। मनोविज्ञान मनोबल, भावनाएं, विचार, याददाश्त, सीखना, जानना और ऐसी ही अन्य मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। इसमें व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास, बुद्धिमत्ता, मानव संबंध,और मानव विकास के विभिन्न पहलुओं की भी जाँच होती है। आज हम मनुष्य के दिमाग से जुड़े कुछ रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य जानेंगे।

मानव मस्तिष्क से जुड़े मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1. मनोविज्ञान के अनुसार हमारा मस्तिष्क एक नकारात्मक चीज को दूर करने के लिए पांच सकारात्मक चीजों को अपनाता है।

  2. अगर कोई हमें रिजेक्ट कर दे तो तकलीफ होती है। लेकिन ये तकलीफ सिर्फ मानसिक नहीं है। हमारा दिमाग रिजेक्शन को एक शारीरिक दर्द की तरह लेता है।
  3. हम किसी भी वस्तु को मूलत: आंखों से नहीं बल्कि दिमाग से देखते हैं। आंख सिर्फ जानकारी लेती है और उसका प्रतिबिम्ब रेटिना पर बनाकर हमारे दिमाग तक पहुचता है।
  4. सुबह के समय याददाश्त सबसे अच्छी मानी जाती है। वहीं दोपहर के भोजन के बाद हमारी याददाश्त सबसे कमजोर होती है।
  5. अगर आपको लगता है कि कोई आपका नाम पुकार रहा है, जबकि वास्तव में ऐसा होता नहीं है तो ये अच्छा संकेत है। इसे स्वस्थ दिमाग की निशानी माना जाता है।
  6. हमारे दिमाग में जीवनभर की यादें जमा होती हैं। अगर इसे मापें तो जीवनभर में हमारा दिमाग 10 लाख जीबी डेटा स्टोर करता है।
  7. ये बात आश्चर्यजनक लग सकती है लेकन हमारे मस्तिष्क द्वारा एक छोटा सा एलईडी बल्ब भी जल सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक हमारे दिमाग से करीब 12 से 25 वाट तक बिजली उत्पादित की जा सकती है।

  8. अगर हमारे दिमाग को 5 से 10 मिनट के लिए ऑक्सीजन न मिले तो ये काम करना बंद कर देगा।

  9. हमारा मस्तिष्क हमारे शरीर के 20 प्रतिशत रक्त और ऑक्सीजन का उपयोग करता है।

  10. अगर हम एक मानव मस्तिष्क और एक शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर की तुलना करें तो मानव दिमाग प्रति सेकंड अधिक संगणना कर सकता है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसे लेकर कोई दावा या पुष्टि नहीं करते हैं।)

 

 


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News