अगर आपने भी पंचायत (Panchayat) वेब सीरीज़ देखी है तो ग्राम पंचायत के रोज़मर्रा के कामों के ऊपर आपका ध्यान अवश्य गया होगा। आपके मन में भी यह सवाल ज़रूर आया होगा कि आख़िर ग्राम सचिव का असली काम कैसा होता है, आपको बता दें असल ज़िंदगी में पंचायत के संचालन में सबसे अहम भूमिका निभाने वाला व्यक्ति सचिव ही होता है।
सबसे ज़रूरी बात यह समझने की है कि पंचायत सचिव का काम केवल दस्तावेज़ तैयार करना या बैठकों का आयोजन करना ही नहीं होता है, बल्कि वह ग्रामीण विकास योजनाओं को ज़मीन पर उतारने से लेकर सरकारी फंड की सही इस्तेमाल तक हर ज़िम्मेदारी को बख़ूबी निभाता है। चलिए अब इस पद की ड्यूटी, योग्यता और पंचायत सचिव की सैलरी से जुड़ी जानकारी समझते हैं।
क्या होता है पंचायत सचिव का काम और कितनी होती है सैलरी?
पंचायत सचिव की जिम्मेदारियां क्या होती हैं?
पंचायत सचिव को ग्रामीण स्तर पर शासन के सुचारु संचालन की जिम्मेदारी दी जाती है। उसका काम बहुत सारे विभागों से जुड़ा होता है, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, स्वच्छ भारत अभियान जैसी स्कीमों को गांव में लागू करवाना। पंचायत में आए फंड का हिसाब रखना, खर्च का ब्यौरा देना और ऊपरी अधिकारियों को रिपोर्ट भेजना। ग्राम सभा व पंचायत बैठकों का आयोजन करना, फैसलों की डिटेल मेंटेन करना और उन पर कार्रवाई सुनिश्चित करना। ग्रामीणों की समस्याएं सुनना और उनका समाधान करवाना पंचायत सचिव के कर्तव्यों में शामिल होता है।
पंचायत सचिव बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए?
आमतौर पर उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी होता है। कुछ राज्यों में कंप्यूटर ज्ञान होना भी अनिवार्य होता है। अधिकतर राज्यों में न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम 35 वर्ष होती है (आरक्षित वर्ग को छूट मिलती है)। पंचायत सचिव के पद के लिए संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग या अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड परीक्षा आयोजित करता है, जिसमें लिखित परीक्षा और कभी-कभी इंटरव्यू होता है।
कितनी होती है पंचायत सचिव की सैलरी?
पंचायत सचिव की सैलरी अलग-अलग राज्यों में थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन औसतन इसकी शुरुआती सैलरी होती है ₹21,700 से ₹69,100 तक (लेवल-3 पे स्केल के तहत)। इसके अलावा उन्हें DA (महंगाई भत्ता), HRA (मकान किराया भत्ता), यात्रा भत्ता और अन्य सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं। अगर आप किसी राज्य में स्थायी पंचायत सचिव बन जाते हैं, तो भविष्य में प्रमोशन और ग्रेड-पे बढ़ने के भी अवसर होते हैं।
गांव की सरकार को चलाने वाला सच्चा अधिकारी
पंचायत सचिव वह व्यक्ति होता है जो गांव और सरकार के बीच पुल का काम करता है। चाहे प्रधानमंत्री की योजना हो या राज्य सरकार की पहल, उसका पहला ज़मीन पर उतरने वाला कड़ी यही पद होता है।
यदि आप गांव के विकास में भूमिका निभाना चाहते हैं, प्रशासनिक क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो पंचायत सचिव की नौकरी आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है। न सिर्फ यह एक स्थिर और सम्मानजनक सरकारी नौकरी है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का जरिया भी है।





