Panic Disorder: आजकल बिगड़ी लाइफस्टाइल की वजह से काम के प्रेशर की वजह से मेंटल हेल्थ से जुड़ी कई परेशनियां सामने आ रही है। इन्हीं में से एक है पैनिक डिसऑर्डर या पैनिक अटैक। ये एक तरह की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या है जिसमें लोग बहुत ज्यादा डर जाते है या फिर उन्हें बेचैनी महसूस होती है और काफी पसीना भी आता है। यहां तक कि कई बार पैनिक डिसऑर्डर में सांस लेने में भी परेशानी होती है। ऐसे में आइए जानते है इस समस्या के होने का क्या कारण है और इसके लक्षण क्या हैं।
पैनिक डिसऑर्डर के कारण
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते है कि पैनिक डिसऑर्डर मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या है। जिसमें लोगों को शक करने की, गुस्सा और बात-बात में घबराने जैसी दिक्कत होती है। एक्सपर्ट्स बताते है कि ब्लड में शुगर की मात्रा कम होने से भी पैनिक डिसऑर्डर को होने का खतरा रहता है। इसके साथ ही कुछ लोगों में थायराइड ग्लैंड की ज्यादा सक्रियता और हार्ट प्रॉब्लम में भी पैनिक डिसऑर्डर देखने को मिल सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जो बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन या शराब पीते है उनमें ये समस्या रहती है।
लक्षणों से करें पहचान
- पैनिक डिसऑर्डर होने पर काफी पसीना होता है।
- लोगों को घुटन और बैचेनी महसूस होने लगती है।
- उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है।
- सीने और पेट में अचानक से तेज दर्द महसूस होता है।
- चक्कर आना और बेहोशी की समस्या बने रहना।
- अलग अलग तरह के ख्याल आना।
पैनिक डिसऑर्डर से कैसे बचें
एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे लोग जिन्हें पैनिक डिसऑर्डर या पैनिक अटैक आता है वो नियमित रूप से एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें। इससे उनका मेंटल और फिजिकल दोनों हेल्थ बेहतर बन रहता है। इसके साथ ही हेल्दी डाइट को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और शराब से दूरी रखना चाहिए। वहीं हर दिन अच्छी नींद लेने चाहिए साथ ही घबराहट की स्थिति होने पर गहरी सांस के साथ अच्छी बातें सोचना चाहिए, लेकिन फिर भी सुधार की स्थिति ना होने पर मनोचिकित्सक के पास जाएं।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।