बच्चे की हाइट को लेकर चिंतित रहना हर पैरेंट के लिए आम बात है। जब हम दूसरे बच्चों को तेजी से बढ़ते देखते हैं, तो मन में सवाल उठने लगते हैं कि हमारा बच्चा पीछे क्यों रह रहा है? लेकिन घबराने की जरूरत नहीं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि रोज़ की कुछ आसान और नैचुरल एक्सरसाइज से बच्चों की लंबाई में सुधार लाया जा सकता है, वो भी बिना किसी दवा या ट्रीटमेंट के।
हाइट कम होना सिर्फ जेनेटिक्स पर नहीं, बल्कि आजकल के खानपान और लाइफस्टाइल पर भी डिपेंड करता है। अगर आपका बच्चा एक्टिव नहीं है या बाहर खेलने की आदत नहीं है, तो उसका असर उसकी ग्रोथ पर साफ देखा जा सकता है। लेकिन अच्छी खबर ये है कि कुछ आसान एक्सरसाइज से इस पर काबू पाया जा सकता है, वो भी घर बैठे।

एक्सरसाइज से बच्चों की हाइट कैसे बढ़ती है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चों की हड्डियां और मसल्स बचपन और टीनएज में सबसे तेज़ी से विकसित होते हैं। इस दौरान अगर उन्हें सही एक्सरसाइज कराई जाए, तो ग्रोथ हार्मोन का स्राव बेहतर होता है, जिससे हाइट में नेचुरल इज़ाफा होता है। कुछ बुनियादी लेकिन असरदार एक्सरसाइज हैं।
- लटकना: रोज़ 5–10 मिनट तक बार से लटकने से रीढ़ की हड्डी सीधी होती है और लंबाई बढ़ती है।
- सूर्य नमस्कार: इससे शरीर लचीला होता है और ग्रोथ में मदद मिलती है।
- कूदना (Skipping): रस्सी कूदने से शरीर एक्टिव रहता है और हाइट को बढ़ावा मिलता है।
- भुजंगासन और ताड़ासन: ये योगासन रीढ़ को मजबूत करते हैं और खिंचाव पैदा करते हैं जिससे लंबाई बढ़ती है।
- स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज: सुबह उठकर या शाम को हल्की स्ट्रेचिंग से भी अच्छा असर दिखता है।
डाइट और नींद का भी हाइट पर होता है असर
सिर्फ एक्सरसाइज से काम नहीं चलेगा। अगर बच्चा सही डाइट नहीं ले रहा या पूरी नींद नहीं ले रहा, तो उसकी ग्रोथ पर असर पड़ेगा। डॉक्टर्स के मुताबिक, बच्चों को प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D और जिंक से भरपूर डाइट मिलनी चाहिए। दूध, अंडा, हरी सब्जियां, फल और ड्राई फ्रूट्स उनकी डेली डाइट में शामिल हों। साथ ही, 7–8 घंटे की गहरी नींद बेहद ज़रूरी है क्योंकि ग्रोथ हार्मोन का निर्माण सोते समय ही अधिक होता है। देर रात तक मोबाइल या टीवी देखने की आदत बच्चों की ग्रोथ रोक सकती है।
पैरेंट्स क्या करें?
बच्चों पर दबाव न डालें, बल्कि उन्हें खेल और एक्सरसाइज की तरफ प्रोत्साहित करें। रोज़ एक तय समय पर एक्सरसाइज कराना, उन्हें हेल्दी डाइट देना और भरपूर नींद सुनिश्चित करना, यही तीन चीज़ें हैं जो उनके फिजिकल डेवलपमेंट में बड़ा रोल निभाती हैं। अगर बच्चे की हाइट उम्र के मुकाबले बहुत कम है, तो एक बार बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें। कई बार यह हॉर्मोन या पोषण से जुड़ी समस्या भी हो सकती है जिसे शुरुआती स्टेज पर पहचान कर सुधारा जा सकता है।