आज के डिजिटल दौर में बहुत से बच्चे (Parenting Tips) घंटों अकेले कमरे में मोबाइल या गेम्स में लगे रहते हैं। धीरे-धीरे ये आदत उन्हें दूसरों से बात करने या समाज में घुलने-मिलने से दूर कर देती है। नतीजा बच्चा शर्मीला, चुपचाप और सोशल लाइफ से दूर होता चला जाता है।
लेकिन चिंता की बात नहीं है। अगर सही तरीके से बच्चों को गाइड किया जाए और रोज़ की कुछ आदतों में बदलाव लाया जाए, तो शर्मीले बच्चे भी खुलकर बोलना और लोगों से घुलना सीख सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ असरदार और आसान टिप्स जो आपके बच्चे की सोशल स्किल्स को तेजी से बढ़ा सकते हैं।
बच्चों की झिझक कैसे दूर करें
रोज़ बातचीत और खुले माहौल से बढ़ाएं आत्मविश्वास
बच्चों से हर दिन हल्के-फुल्के सवाल पूछें, जैसे “आज क्या नया सीखा?” या “खेलने में मज़ा आया?” इससे उन्हें खुलकर बोलने की आदत लगेगी। कोशिश करें कि घर का माहौल पॉजिटिव और सपोर्टिव हो ताकि बच्चा खुद को जज न किया हुआ महसूस करे।
ग्रुप एक्टिविटीज और आउटडोर गेम्स से मिलेगी हिम्मत
बच्चों को ऐसी एक्टिविटीज में शामिल करें जहां उन्हें दूसरे बच्चों से मिलना पड़े जैसे ड्रॉइंग क्लास, क्रिकेट, डांस या म्यूजिक। जब वो खुद जैसे बच्चों के साथ रहेंगे, तो धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और सोशल स्किल्स भी डेवलप होंगी।
मोबाइल कम, असली बातचीत ज्यादा
ज्यादा स्क्रीन टाइम बच्चों को और भी ज्यादा अकेला बना देता है। उन्हें दिन में कुछ घंटे बिना मोबाइल के बिताने को कहें और उस समय को फैमिली टाइम, स्टोरी टेलिंग या किचन की हल्की-फुल्की मदद में लगाएं। इससे उनका एक्सप्रेशन बेहतर होगा और वो धीरे-धीरे बातूनी भी बनेंगे।





