इन 3 संकेतों से पहचानें, कौन है आपका असली दोस्त और कौन है छुपा हुआ दुश्मन

कभी-कभी हमें यह पहचानने में मुश्किल होती है कि हमारे आस-पास कौन हमारा सच्चा दोस्त है और कौन छुपा हुआ दुश्मन. कुछ लोग हमारे साथ रहते हुए भी अंदर ही अंदर हमें नुक्सान पहुँचाने का प्लान करते हैं.

Bhawna Choubey
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Personality Development: हमारे आस पास हमेशा कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हमारे साथ जुड़े होते हैं हम से अच्छे से बात करते हैं लेकिन अंदर ही अंदर हमारी बुराई करने का सोचते हैं या हमसे नफ़रत करते हैं. ये लोगों सामने मीठे बनते हैं और पीठ पीछे धोखा देते हैं.

ये लोग अपनी असलियत छिपाने के लिए कभी हमें सामने अच्छे दोस्त की तरह दिखते हैं लेकिन असल में वो हमारी सफलता या ख़ुशी से जलते हैं. अगर आपको जल्द ही इनकी पहचान कर लेते हैं तो आप ख़ुद को उनसे बचा सकते हैं. चलिए जान लेते हैं कि आप इन आदतों के ज़रिए उन्हें पहचान सकते हैं.

तरक़्क़ी से नाख़ुश होने वाले लोग

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हमारे साथ तो रहते हैं लेकिन हमारी सफलता और तरक़्क़ी से दुखी होते हैं. वे अकसर अंदर ही अंदर हमसे नफ़रत करते हैं.

ये लोग कोई भी हो सकते हैं आपके दोस्त भी और रिश्तेदार भी. जो आपके सामने मुस्कुराते हैं लेकिन जब आप अपनी उपलब्धियों के बारे में बात करते हैं तो उनकी ख़ुशी ग़ायब हो जाती है. उनके चेहरे से साफ़ नज़र आने लगता है कि वे आपकी उपलब्धियों और तरक़्क़ी से बिलकुल ख़ुश नहीं हैं.

नीचा दिखाने वाले लोग

कई लोग ऐसे भी होते हैं जो आपके आस पास रहते हैं और बार बार आपको नीचा दिखाने की कोशिश करते रहते हैं. फिर चाहे वह छोटा काम कर रहे हो या बड़ा भी हमेशा आपकी कोशिशों का मज़ाक उड़ाते रहते हैं.

इतना ही नहीं आपकी मेहनत को हल्के में लेते हैं. अगर आपके आस पास भी ऐसे लोग हैं तो आपको उनकी कही हुई बातों से निराश होने की ज़रूरत नहीं है आपको अपने कोशिश करते रहनी है.

मदद को भूलने वाले लोग

आपके आस पास कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी आप हमेशा मदद करते हैं लेकिन वे इस बात की बिलकुल परवाह नहीं करते हैं और आपके द्वारा की गई मदद को भी भूल जाते हैं.

ये लोग अक्सर आपके वक़्त और आप के द्वारा की गई मदद की क़दर नहीं करते हैं और आपसे केवल अपनी ज़रूरतों के लिए जुड़ते हैं. इस तरह की इंसानों से दूर रहने की कोशिश करें इससे आपके जीवन में खुशियां आएंगी और आप ख़ुद आगे बढ़ेंगे.

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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