सोचिए… आप किसी से दिल लगाकर रिलेशनशिप में हैं, पूरी वफादारी से उस रिश्ते को निभा रहे हैं, लेकिन सामने वाला आपको लेकर बिल्कुल भी सीरियस नहीं है। ना कोई फ्यूचर प्लान, ना कमिटमेंट और ना ही इमोशनल कनेक्शन, सिर्फ साथ इसलिए है ताकि अकेलापन न लगे। अगर आपको ये लाइनें कहीं खुद सी लग रही हैं, तो रुकिए हो सकता है आप Placeholder Dating का शिकार हो चुके हों।
GenZ की रिलेशनशिप डिक्शनरी में ये एक नया लेकिन तेजी से बढ़ता हुआ ट्रेंड बन चुका है। सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर इस तरह के रिश्ते आम हो गए हैं, जहां लोग किसी के साथ तब तक रहते हैं जब तक उन्हें कोई ‘बेहतर विकल्प’ नहीं मिल जाता। लेकिन इस ट्रेंड का असर सिर्फ दिल पर नहीं, दिमाग और आत्म-सम्मान पर भी पड़ता है।
क्या होता है Placeholder Dating?
Placeholder Dating का मतलब होता है, जब कोई इंसान किसी रिश्ते में सिर्फ इसलिए होता है ताकि वो अकेला न महसूस करे, लेकिन उस रिश्ते को लेकर उसका कोई भविष्य का इरादा नहीं होता। इसमें एक पार्टनर दिल से जुड़ा होता है, जबकि दूसरा बस समय बिताने के लिए।
ऐसे रिश्तों में इमोशनल सपोर्ट, लॉयल्टी और फ्यूचर प्लान्स जैसी चीज़ें गायब रहती हैं। Placeholder पार्टनर अकसर रिश्ते को सीरियसली नहीं लेता और जैसे ही उसे कोई “अच्छा विकल्प” मिलता है, वो बिना किसी चेतावनी के रिश्ता तोड़ देता है। ये ट्रेंड खासतौर पर डेटिंग ऐप्स और इंस्टाग्राम जैसे सोशल प्लेटफॉर्म्स पर पनप रहा है, जहां “परमानेंट” की जगह “फिलहाल” ज्यादा लोकप्रिय है।
Placeholder Dating के रिश्तों का मानसिक असर
ऐसे रिश्ते देखने में भले ही कैज़ुअल लगें, लेकिन इमोशनल हेल्थ पर गहरा असर छोड़ते हैं। जब कोई व्यक्ति Placeholder बन जाता है, तो उसे अकसर खुद की वैल्यू कम लगने लगती है। रिश्ते में प्यार की जगह खालीपन और अनिश्चितता हावी हो जाती है।
साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि Placeholder बनने वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान दोनों प्रभावित होते हैं। उन्हें बार-बार यह महसूस होता है कि वे सिर्फ “काम चलाने के लिए” रिश्ते में हैं, जिससे तनाव, डिप्रेशन और इनसिक्योरिटी बढ़ जाती है।
कैसे पहचानें कि आप Placeholder हैं?
- आपका पार्टनर आपको अपने भविष्य की प्लानिंग में शामिल नहीं करता।
- वो हमेशा व्यस्त रहता है या मिलने से बचता है।
- बातचीत सिर्फ जब उसे ज़रूरत हो तब होती है।
- सोशल मीडिया पर आपका कोई नामो-निशान नहीं।
- वो खुले तौर पर कहता है – “अभी मैं किसी सीरियस रिश्ते के लिए रेडी नहीं हूं।”
Placeholder Dating से कैसे बाहर निकलें?
- खुद से ईमानदार रहें: अगर अंदर से आप महसूस कर रहे हैं कि कुछ गड़बड़ है, तो उसे नजरअंदाज न करें।
- सीधी बात करें: रिश्ते को लेकर सामने वाले से खुलकर बात करें।
- अपने इमोशन्स की कद्र करें: आप किसी के अस्थायी फैसले नहीं हैं।
- रिश्ते से बाहर निकलने का साहस रखें: अगर जवाब में सिर्फ बहाने मिलते हैं, तो वहां रुकना आपकी अपनी सेहत के खिलाफ है।





