Plant Care: बारिश में फूलों के पौधे सड़ रहे हैं? करें ये आसान उपाय

Plant Care: बारिश का मौसम खिली धूप और ठंडी हवाओं का आनंद लेने का होता है, लेकिन साथ ही यह फूलों के पौधों के लिए मुश्किलों का भी समय होता है। ज्यादा बारिश से गुलाब, गुड़हल जैसे नाजुक फूलों के पौधे सड़ने और खराब होने लगते हैं। लेकिन चिंता न करें! इन आसान उपायों से आप अपने प्यारे फूलों के पौधों को मानसून में भी स्वस्थ और खिलता हुआ।

Plant Care

Plant Care: पौधों को ज़िंदा रहने के लिए पानी की ज़रूरत होती है, यह तो हम सब जानते हैं। लेकिन क्या हम यह भी जानते हैं कि पानी देना कब और कितना ज़रूरी है? बारिश के मौसम में, जब पानी बहुतायत में होता है, अधिकांश लोगों को यह समस्या होती है कि उनके पौधे बहुत ज़्यादा गीले हो जाते हैं। ज़्यादा पानी (Overwatering) पौधों की जड़ों को सड़ा सकता है, जिससे वे हफ्ते भर के अंदर पूरी तरह से गल सकते हैं। यह समस्या गंभीर है, और इससे बचने के लिए हमें पौधों को पानी देने का सही तरीका जानना ज़रूरी है।

पौधों को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ़ पानी देना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उचित मात्रा में पानी देना बहुत ज़रूरी है। बारिश के मौसम में, पानी कई बार पौधों तक पहुंच जाता है, जिसके कारण वे डूबने लगते हैं। पौधों को पानी देने का सही समय वही होता है जब उनकी मिट्टी थोड़ी सूख जाए। अगर मिट्टी पहले से ही गीली है और आप फिर भी पानी देते हैं, तो Overwatering की समस्या पैदा हो सकती है। इस स्थिति में, पौधों की पत्तियां हल्की होने लगती हैं, उनका रंग पीला पड़ने लगता है, और धीरे-धीरे पौधा मर जाता है, तो आइए हम कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखें, जिससे हमारे पौधे बारिश के मौसम में भी स्वस्थ रह सकें।

अतिरिक्त पानी देने से बचें,

बारिश के मौसम में पौधों को अतिरिक्त पानी देने से बचें, क्योंकि इससे पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं। मिट्टी को सूखने दें, फिर ही पानी दें। सुनिश्चित करें कि गमले में जल निकास के लिए पर्याप्त छेद हैं। पौधे को छायादार स्थान पर रखें और अगर मिट्टी बहुत गीली है, तो अतिरिक्त पानी निकालने के लिए गमले को थोड़ा झुकाएं या पेपर टॉवल का उपयोग करें।

स्पंज से पानी निकालें

अगर आपका पौधा बारिश के पानी से ज्यादा गीला हो गया है, तो घबराएं नहीं। आप एक स्पंज की मदद से इसे बचा सकते हैं। स्पंज को गमले में धीरे से दबाएं, यह अतिरिक्त पानी को सोख लेगा। याद रखें, बारिश में स्पंज का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि यह खुद भी भीग जाएगा।

मिट्टी की गुड़ाई

मिट्टी की गुड़ाई इस समस्या का प्रभावी समाधान है। नियमित रूप से मिट्टी को ढीला करने से जड़ों तक हवा का प्रवाह सुनिश्चित होता है, जिससे सड़न की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, गुड़ाई से मिट्टी का जल निकासी बेहतर होता है, जिससे अतिरिक्त पानी जड़ों के आसपास नहीं जमता। यह प्रक्रिया पौधे की सेहत को बढ़ावा देती है और उसकी वृद्धि को प्रोत्साहित करती है।

जल निकासी

जल निकासी का महत्व पौधों की सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। गमले में अतिरिक्त पानी जमा होने से पौधे की जड़ें सड़ने लगती हैं, जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और अंततः उसकी मृत्यु हो सकती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि गमले में पर्याप्त जल निकासी हो। इसके लिए, गमले के तल में पर्याप्त छेद होने चाहिए, मिट्टी का प्रकार उपयुक्त होना चाहिए, और गमले को ऐसे स्थान पर रखा जाना चाहिए जहां पानी जमा न हो।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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