Plant Care: पुदीना का पौधा घरों में हरा भरा और तरोताजा वातावरण बनाए रखने के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन माना जाता है। इसे सालों तक स्वस्थ और हर बनाए रखने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। पुदीना का पौधा सबसे अच्छी तरह से ऐसी मिट्टी में पनपता है जो अच्छी जल निकासी वाली और कार्बनिक तत्वों में समृद्ध हो।
लोगों को घरों में सिर्फ रंग बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाने का शौक नहीं होता है, बल्कि कई लोगों को घरों में सब्जियां लगाने का भी शौक होता है। अपने इसी शौक के चलते लोग अपने घर में पुदीना का पौधा लगाते हैं। पुदीने का पौधा तो लोग शौक ही शौक में लगा लेते हैं। लेकिन इसकी देखभाल करना बहुत ही जरूरी होता है। अगर पुदीने की पौधे की देखभाल अच्छे से नहीं की जाए, तो फिर यह खाने योग नहीं रहता है।
पुदीना के पौधे की देखभाल
पुदीना के पौधे को स्वस्थ बनाए रखने में तापमान प्रकाश और सिंचाई का बहुत योगदान है। यह पौधा ना मिट्टी में तेजी से बढ़ता है। इसलिए इसकी नमी बनाए रखना जरूरी है। गमले में हर हफ्ते दो से तीन बार पानी देना चाहिए, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि पौधे की जड़ों के पास पानी जमा ना हो। क्योंकि जल भराव से पौधे पर फंगस का असर हो सकता है। अत्यधिक नमी होने पर पौधे पर कीटों का हमला भी हो सकता है। नियमित देखभाल और संतुलित सिंचाई से पुदीना का पौधा हरा भरा और ताजगी से भरपूर बना रहता है।
अच्छी बढ़वार के लिए सूर्य का प्रकाश
पुदीना के पौधे की अच्छी बढ़वार के लिए सूर्य का प्रकाश अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए पुदीना लगे गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए। जहां इसे नियमित रूप से सूरज की रोशनी मिलती रहे।
खासतौर पर सुबह की मुलायम धूप पौधे के लिए लाभकारी होती है, जो उसकी तेजी से बढ़ने में मदद करती है। लेकिन दोपहर की तेज धूप से पौधे को बचाने के लिए इसे छायादार स्थान पर रखना चाहिए। इस तरह उचित रोशनी मिलने से पुदीना का पौधा हरा भरा और स्वस्थ बना रहता है।
पुदीने की ग्रोथ के लिए जैविक खाद
पुदीना के पौधे को स्वस्थ और तेजी से बढ़ाने के लिए उसमें नियमित रूप से वर्मी कंपोस्ट या जैविक खाद डालना भी बहुत फायदेमंद होता है। यह प्राकृतिक खाद पौधे को आवश्यक पोषण तत्व प्रदान करती है जिससे उसकी पत्तियां हरी और सुगंधित बनी रहती है।
पुदीने के स्वाद को बरकरार रखने के लिए रासायनिक करो का उपयोग करने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे न केवल पौधे के स्वाद में बदलाव आ सकता है बल्कि उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।
पुदीने की नियमित कटिंग
पुदीना के पौधे को स्वस्थ और घना बनाए रखने के लिए उसके नियमित कटिंग करना बेहद जरूरी है। जब पुदीना का पौधा 3 से 4 इंच की ऊंचाई तक पहुंच जाए तो इसकी पत्तियों की कटिंग कर उन्हें व्यंजनों में ताजा पुदीना के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
साथ ही पौधे में नई पत्तियां की अच्छी बढ़वार के लिए फूल खिलने से पहले ही उसकी कटिंग कर लेनी चाहिए। इससे पौधा लंबे समय तक हरा भरा और खुशबूदार बना रहता है, जिससे आपको ताजी पुदीने का आनंद मिलता रहता है।