Plant Care: अगर आप किचन गार्डनिंग करते हैं और अच्छी पैदावार चाहते हैं तो पौधों को सही समय पर खाद और पानी देना बहुत जरूरी है। अक्सर लोगों की यह शिकायत रहती है, कि हम पौधों में पानी खाद अच्छे से डालते हैं फिर भी पौधा मुरझा जाता है बढ़ नहीं पाता है, आप भी इस समस्या से गुजर रहे हैं, तो सबसे पहले आपको यह बात जानने की आवश्यकता है कि खाद और पानी देना ही काफी नहीं है बल्कि सही समय पर देना सही माना जाता है।
कभी-कभी लोग सही समय पर खाद नहीं डालते हैं, जिस वजह से पौधों की ग्रोथ रुक जाती है। वहीं कुछ लोग पानी देते समय गलतियां कर देते हैं, जैसे ज्यादा या कम पानी देना जिससे सब्जियों की पैदावार रुक जाती है। अगर आप सही तरीके से खाद और पानी देंगे तो आपके पौधे अच्छे से बढ़ेंगे और आपको ताजी और स्वस्थ सब्जियां मिलेंगी।
पौधों की अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी का सही मिश्रण
पौधों की अच्छी पैदावार के लिए गमले में डाली जाने वाली मिट्टी को सही तरीके से तैयार करना बहुत जरूरी है। इसके लिए मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट और रेत सही मात्रा में मिलाएं। अनुपात 2:1:1 रखें, यानी दो भाग मिट्टी एक भाग खाद और एक भाग रेत।
मिट्टी भुरभुरी, सुखी और साफ होनी चाहिए, क्योंकि गीली या गंदी मिट्टी में कीड़े लग सकते हैं, जो पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। वर्मी कंपोस्ट मिट्टी को पोषण देता है, जबकि रेत पौधों में नमी बनाए रखने में मदद करती है, जिससे पौधे लंबे समय तक स्वस्थ और हरे भरे रहते हैं।
पौधों की सही ग्रोथ के लिए खाद और पानी का संतुलित
पौधों की सही ग्रोथ के लिए खाद और पानी का संतुलन बहुत जरूरी होता है। खासतौर पर किचन गार्डन के पौधों को तीन से चार महीने तक सही देखभाल की आवश्यकता होती है। गमले में पौधा लगाने के तुरंत बाद मिट्टी को गिला करना चाहिए और अगली सिंचाई तभी करनी चाहिए, जब मिट्टी की नमी सुख जाए।
अधिक पानी देने से जड़े सड़ सकती है। इसलिए जल भराव से बचें। पौधों में हर 30, 45 दिन के गैप में एक दो चम्मच ऑर्गेनिक खाद डालना चाहिए। इस तरह सही तरीके से खाद और पानी देने पर पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है और गमले में हरी भरी सब्जियां लहलहाने लगती है।