मुरझाए गुलाब के पौधे को फिर से हरा-भरा बनाएंगे ये आसान घरेलू नुस्खे, आज ही करें ट्राई

Plant Care: अगर आपके गुलाब के पौधे मुरझा गए हैं और डालियों से हरियाली गायब हो गई है, तो चिंता न करें। कुछ आसान घरेलू नुस्खों की मदद से आप इन्हें फिर से हरा-भरा बना सकते हैं। इन नुस्खों में इस्तेमाल होने वाली चीजें आपके घर में ही आसानी से मिल जाएंगी और इन्हें अपनाना भी बेहद आसान है।

भावना चौबे
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Rose Plant

Plant Care: गुलाब के फूल अपने खूबसूरती और मनमोहन रंगों के कारण हर किसी को आकर्षित करते हैं और यही वजह है कि यह लगभग हर बगीचे में देखने को मिलते हैं। हालांकि, गुलाब के पौधों को स्वस्थ और हरा भरा बनाए रखना आसान नहीं होता है खासकर जब समय की कमी हो।

सही देखभाल और पोषण के बिना यह पौधे मुरझाने लगते हैं और उनकी सुंदरता फीकी पड़ जाती है। अगर आप भी अपने गुलाब के पौधों में फिर से जान डालना चाहते हैं और उन में भरपूर फूल खिलाना चाहते हैं, तो कुछ खास घरेलू उपाय की मदद से यह मुमकिन है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे कि गुलाब के पौधों की अच्छी देखभाल के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं।

सामग्री:

दालचीनी 1 छोटा टुकड़ा
पानी एक कप
एक चम्‍मच चायपत्ती

कैसे बनाएं लिक्विड फ़र्टिलाइज़र

गुलाब के मुरझाए पौधों को फिर से हरा-भरा बनाने के लिए आप दालचीनी और चाय पत्ती का पौष्टिक पानी तैयार कर सकते हैं। इसके लिए एक बर्तन में एक कप पानी लें और उसमें एक इंच दालचीनी का टुकड़ा और एक बड़ा चम्मच चाय पत्ती डालें।

इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर 1 घंटे के लिए छोड़ दें, ताकि पानी में दालचीनी और चाय पत्ती के गुण अच्छे से घुल जाएं। 1 घंटे बाद इसे छानकर इसके ठोस कण अलग कर लें। अब यह पोषक तत्वों से भरपूर पानी आपके गुलाब के पौधों के लिए तैयार है, जिसका उपयोग पौधों को पोषण देकर उन्हें फिर से ताजगी और हरियाली प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।

कैसे करें इस लिक्विड फ़र्टिलाइज़र का इस्तेमाल

गुलाब के पौधों को फिर से हरा-भरा बनाने के लिए सबसे पहले गमले की मिट्टी की अच्छी तरह गुड़ाई कर लें, ताकि पानी और पोषक तत्व आसानी से जड़ों तक पहुंच सकें। इसके बाद दालचीनी और चाय पत्ती का तैयार मिश्रण सीधे पौधों की जड़ों में डालें लेकिन ध्यान रहे की गमले में ज्यादा पानी जमा ना हो और मिट्टी इसे अच्छी तरह सोख ले।

अगर आपका गुलाब का पौधा काफी सुख गया है तो इस लिक्विड को हफ्ते में एक दो बार डाल सकते हैं। कुछ ही दिनों में आपको पौधों में असर दिखाई देने लगेगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखें, कि इस मिश्रण का अधिक मात्रा में इस्तेमाल न करें, ताकि पौधों को कोई नुकसान ना हो।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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