जिन लोगों को अपने घरों में पेड़-पौधे लगाने का शौक़ होता है ये वे लोग अपने घर में गुड़हल का पौधा ज़रूर लगाते हैं। गुड़हल के बड़े-बड़े चमकते हुए फूल बहुत ही ख़ूबसूरत लगते हैं। इन फूलों को देवी के फूल और लाल फूल के नाम से भी जाना जाता है। गाँव में तो हर घर में गुड़हल का पौधा पाया जाता है, शहर में रहने वाले लोग भी नर्सरी में जाकर पौधा ख़रीदते हैं और फिर अपने घर की छत या बालकनी में पौधा लगाते हैं।
जैसे-जैसे मौसम बदलता है वैसे-वैसे पौधों की देखभाल करने का तरीक़ा भी हमें बदलना चाहिए। कई बार अच्छी देखभाल करने के बावजूद भी पौधों में कीड़े लग जाते हैं, इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए हम नर्सरी और बाज़ार से तरह-तरह के पेस्टीसाइड तो लाते हैं लेकिन फिर भी कुछ ज़्यादा फ़र्क नज़र नहीं आता है।

गुड़हल के पौधे की देखभाल (Plant Care)
कीड़े लगने की वजह से पौधा मुरझा जाता है, फूल खिलना बंद हो जाते हैं, साथ ही साथ खिली हुई कलियों को भी नुक़सान पहुँचता है। ऐसे में क्यों ना घर पर ही एक पेस्टीसाइड स्प्रे तैयार किया जाए, इसे तैयार करने के लिए ना ज़्यादा समय लगेगा ना ही ज़्यादा ख़र्च मात्र पाँच रुपये में आप इसे तैयार कर सकते हैं। चलिए फिर जानते हैं कि आख़िर इसे कैसे तैयार किया जाता है।
क्या आप जानते हैं कि गुड़हल के पौधों को हरा भरा और स्वस्थ बनाए रखने के लिए हरी मिर्च का घोल बहुत ज़्यादा ही फ़ायदेमंद माना जाता है। दरअसल, हरी मिर्च में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कीड़े-मकोड़ों को पौधों से दूर रखने में मदद करते हैं, चलिए स्टेप बाय स्टेप समझते हैं कि इसे कैसे तैयार करना है।
कैसे तैयार करें स्प्रे (Hibiscus Plant Care)
- इस घोल को तैयार करने के लिए आपको ज़्यादा कुछ नहीं करना है, घर के किचन में रखी हुई हरी मिर्च का इस्तेमाल करना है अगर हरी मिर्च एक जेल में नहीं था कि यह तो आप 5 रुपये की हरी मिर्च ख़रीदकर ला सकते हैं।
- इन मिर्चियों को अच्छी तरह से मिक्सर में पीस लेना है। फिर इसमें कम से कम 1-2 लीटर पानी मिलाना है।
- अब यह स्प्रे बनकर तैयार हो चुका है, आप इसे गुड़हल के पौधों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि इस स्प्रे को जड़ों में डालना है साथ ही साथ अगर पत्तियों पर आपको कीड़े मकोड़े नज़र आ रहे हैं तो आप वहाँ भी डाल सकते हैं।
मिर्च के स्प्रे के फायदे
इस घोल से पौधों को एक नहीं बल्कि अनेक फ़ायदे मिलते हैं। सबसे पहला फ़ायदा तो यह है कि इस गोल के इस्तेमाल से कीड़े मकोड़े दूर रहते हैं। दूसरा फ़ायदा यह है कि मिर्च में पाए जाने वाले पोषक तत्वों पौधों को बढ़ाने में मदद करते हैं। तीसरा फ़ायदा यह है कि यह घोल पत्तियों और तनों को भी मज़बूत करता है। चौथा फ़ायदा यह है कि यह घोल पौधों में लगने वाले फफूंद या फिर संक्रमण को कंट्रोल करता है और जड़ से ख़त्म करने में मदद करता है। आप इस घोल का इस्तेमाल हफ़्ते में दो बार कर सकते हैं, अगर पौधे में ज़्यादा कीड़े मकोड़े नहीं लगे हैं तो आप इसका इस्तेमाल महीने में तीन बार कर सकते हैं।