Planting Tips: आंवला जिसे ‘इंडियन गूसबेरी’ भी कहा जाता है। यह सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है और यह शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। अगर आप अपने घर में ताजा और शुद्ध आंवले का पौधा लगाना चाहते हैं, तो इसे गमले में उगाना एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है।
बहुत लोगों को ऐसा लगता है कि शायद आंवले का पौधा गमले में लगाना मुश्किल होता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आप आसानी से बिना किसी झंझट के आंवले का पौधा गमले में लगा सकते हैं। आईए जानते हैं कि आप किस तरह आंवले का पौधा गमले में लगा सकते हैं।
आंवला उगाने के लिए जरूरी सामग्री (Gooseberry Plant)
1. आप नर्सरी से आंवले का तैयार पौधा खरीद सकते हैं या आंवले के बीज से भी इसे उगा सकते हैं।
2. आंवले के पौधे की जड़े बहुत बड़ी होती है। इसलिए आपको बड़ा और गहरा गमला लेना चाहिए लगभग 16 से 18 इंच गहरा गमला आंवले के पौधे के लिए बेहतर रहेगा।
3. आंवले के पौधे को अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चाहिए 60% मिट्टी 30% जैविक खाद और 10% बालू रेत का मिश्रण इसके लिए सबसे अच्छा होता है। आंवले के पौधे के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करें इससे पौधे को आवश्यक पोषण मिलता है।
आंवले का पौधा उगाने की विधि (Gooseberry Plant)
गमले का चुनाव
सबसे पहले आप आंवले का पौधा लगाने के लिए गमले का चुनाव करें। ध्यान दें कि गमले में नीचे जल निकासी के लिए छेद जरूर हो, ताकि पानी जमा न हो गमले के नीचे छोटे पत्थर या टुकड़े डालें। जिससे पानी आसानी से निकल सके, फिर इसमें तैयार मिट्टी का मिश्रण भरें।
बीज से कैसे उगाएं
अगर आप आंवले के बीज से पौधा उगाना चाहते हैं, तो बीज को 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें, फिर गमले में एक से दो इंच गहरा गड्ढा करें और इसमें बीज डालें, बीज के ऊपर हल्की मिट्टी डालें और पानी दें।
तैयार पौधे से कैसे उगाएं
यदि आप नर्सरी से तैयार आंवले का पौधा लेकर आते हैं तो गमले में बीचों-बीच चार-पांच इंच गहरा गड्ढा करें और उसमें पौधा लगाएं। पौधे की जड़ों को अच्छे से मिट्टी से ढक दें और हल्के हाथों से दबा दें।
इन बातों का रखें ध्यान
आंवले के पौधे को नियमित रूप से पानी दें, ध्यान रखें की गमले में पानी जमा न हो। शुरुआती दिनों में मिट्टी को थोड़ा गिला रखें और पौधा जड़ पकड़ने के बाद पानी की मात्रा कम करें।
आंवले का पौधा सूर्य की सीधी रोशनी में रखें कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप पौधे के लिए अनिवार्य है।
हर 15-20 से दिन में पौधे को जैविक खाद दें। जिससे पौधे की वृद्धि बेहतर होगी और इसके फल भी अच्छी गुणवत्ता के होंगे।
जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसकी अतिरिक्त शाखाओं और सूखी पत्तियों को समय-समय पर काटते रहे। इससे पौधा स्वस्थ और हरा भरा बना रहेगा।
छंटाई के कारण पौधे में नई पत्तियां और फल निकलते हैं।