Planting Tips: घर में लगाएं ये 2 पौधे, मच्छर भागेंगे दूर, टलेगा डेंगू-मलेरिया का खतरा

Planting Tips: बरसात का मौसम आते ही डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ये बीमारियां मच्छरों के काटने से फैलती हैं और इनके लक्षण काफी गंभीर हो सकते हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए कई तरह के उपाय किए जा सकते हैं, जिनमें घर में तुलसी और लेमन ग्रास के पौधे लगाना भी शामिल है। तुलसी और लेमन ग्रास मच्छरों को भगाने में बहुत प्रभावी होते हैं। इन पौधों में ऐसी प्राकृतिक घटक होती हैं जो मच्छरों को आकर्षित नहीं करती हैं और उन्हें दूर रखने में मदद करती हैं।

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Planting Tips: बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण, मच्छर जनित बीमारियां एक गंभीर चुनौती बन गई हैं। इनमें से डेंगू और मलेरिया सबसे अधिक चिंताजनक हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं, जिनमें से प्राकृतिक तरीकों को प्राथमिकता दी जा रही है। तुलसी और लेमन ग्रास ऐसे ही दो पौधे हैं, जिनके औषधीय गुणों के कारण वे मच्छरों को दूर भगाने और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

तुलसी का पौधा

तुलसी, जिसे पवित्र तुलसी या काली तुलसी भी कहा जाता है, भारत में सदियों से पूजनीय और औषधीय पौधे के रूप में जाना जाता है। इसके पत्तों, तनों और बीजों में अनेक औषधीय गुण निहित हैं। तुलसी में मौजूद एंटी-मॉस्किटो गुण इसे मच्छरों का प्राकृतिक दुश्मन बनाते हैं। इसकी तीखी सुगंध मच्छरों को दूर भगाती है। तुलसी के पत्तों का रस या उबालकर बनाया गया पानी त्वचा पर लगाने से मच्छरों के काटने से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, तुलसी का नियमित सेवन इम्यूनिटी बढ़ाता है, जिससे शरीर संक्रमण से लड़ने में सक्षम होता है। तुलसी के पौधे को घर के आंगन या बगीचे में लगाना न केवल वातावरण को शुद्ध करता है बल्कि मच्छरों से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

कैसे उगाएं तुलसी का पौधा

तुलसी का पौधा उगाना एक सरल और लाभकारी प्रक्रिया है। बीजों को उगाने के लिए मिट्टी को उपयुक्त तापमान पर तैयार करना आवश्यक है। अंकुरण के बाद पौधे को नियमित देखभाल की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, तुलसी की कटिंग से भी नया पौधा तैयार किया जा सकता है। कटिंग को पानी में जड़ देने के बाद मिट्टी में स्थापित किया जाता है। दोनों ही विधियों में धैर्य और देखभाल की आवश्यकता होती है। एक बार पौधा स्थापित हो जाने पर, यह नियमित देखभाल के साथ स्वस्थ और उत्पादक हो सकता है।

लेमन ग्रास का पौधा

लेमन ग्रास, एक बहुमुखी पौधा जिसकी सुगंधित विशेषताएं इसे मच्छरों के लिए अत्यंत अप्रिय बनाती हैं। इसकी तीव्र सुगंध, मच्छरों को दूर भगाने में अत्यधिक प्रभावी साबित होती है। लेमन ग्रास का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। इसकी ताजा पत्तियों को घर के विभिन्न कोनों में रखने से मच्छरों का प्रवेश कम हो सकता है। इसके अलावा, लेमन ग्रास के तेल को मच्छर निरोधक स्प्रे बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इस तेल को आधार तेल जैसे नारियल तेल या जैतून के तेल के साथ मिलाकर शरीर पर लगाने से मच्छरों से सुरक्षा मिलती है। लेमन ग्रास का उपयोग केवल मच्छरों को दूर भगाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पाचन, तनाव कम करने और अन्य स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जाना जाता है।

कैसे उगाएं लेमन ग्रास का पौधा

लेमन ग्रास का पौधा उगाना अपेक्षाकृत सरल है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर ध्यान देना आवश्यक है। यह पौधा गर्म और आर्द्र जलवायु को पसंद करता है, इसलिए इसे अच्छी गुणवत्ता वाली रेतीली मिट्टी में लगाना चाहिए। पर्याप्त धूप और नियमित पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करें, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी जलभराव से बचें। घर के अंदर उगाने पर, इसे एक ऐसी जगह रखें जहां उसे पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश मिले। लेमन ग्रास की देखभाल में नियमित छंटाई भी शामिल है, जिससे पौधा स्वस्थ और उत्पादक बना रहता है।

लेमन ग्रास और लौंग का तेल

लेमन ग्रास और लौंग के तेल का संयोजन मच्छरों के खिलाफ एक शक्तिशाली प्राकृतिक हथियार साबित हो सकता है। इन दोनों तेलों की तीव्र सुगंध मच्छरों को दूर भगाने में अत्यधिक प्रभावी है। इनका उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि शरीर पर स्प्रे के रूप में, त्वचा पर सीधे लगाने के लिए पेस्ट के रूप में, या घर के आसपास मोमबत्तियों और मशालों के माध्यम से। हालांकि, इन तेलों का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, विशेषकर संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों के लिए। इसके अलावा, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इन तेलों के उपयोग से पहले चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


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भावना चौबे

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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