फैमिली ट्रेवल का ट्रेंड दिन प्रतिदिन बदलता जा रहा है। पहले लोग अपने परिवार के साथ ही घूमना-फिरना पसंद करते थे, लेकिन बदलते दौर के साथ इसमें भी बहुत ज्यादा बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले छुट्टियों में लोग अपनी फैमिली के साथ टूर प्लान करते थे। इस दौरान वह फोटो खिंचवाना, परिवार के साथ नई मेमोरी क्रिएट करना, इंजॉय करना इत्यादि करते थे, लेकिन अब इसमें थोड़ा सा बदलाव हो गया है।
घूमने-फिरने से इंसान का मूड बदलता है, साथ ही फैमिली बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग होती है। इसके अलावा मानसिक रूप से भी शांति मिलती है। इसलिए अक्सर लोग वीकेंड पर फैमिली, पार्टनर या फिर दोस्त के साथ घूमने निकल जाया करते हैं।
तेजी से बढ़ रहे ये ट्रेंड्स
हालांकि, इन दिनों मल्टी जेनरेशन ट्रैवल, माइक्रो वेकेशन, एक्सपीरियंस बेस्ड ट्रैवल और वैलनेस गेटवे जैसे ट्रेंड्स तेजी से बढ़ रहे हैं। फैमिली टूरिज्म की बात करें तो अब माता-पिता और बच्चों के अलावा दादा-दादी, नाना-नानी भी टूर का हिस्सा बनते हैं। कई परिवार में तो तीन पीढ़ियां एक साथ मिलकर टाइम स्पेंड करने के लिए किसी ऐसी जगह जाते हैं, जहां उन्हें दुनिया की भीड़भाड़ से राहत मिल सके और यहां वह अपने परिवार के सदस्य के साथ अच्छा सा पल बिता सकें। इस ट्रिप को प्लान करने से पहले बहुत सारी चीजों का भी ध्यान देना पड़ता है, जैसे डेस्टिनेशन तय करते वक्त सभी से राय-मशवरा लेना इत्यादि।
देखें बदलाव
आजकल लोगों को ऑफिस और काम से जल्दी छुट्टी नहीं मिल पाती। ऐसे में लोग 2 से 3 दिन का क्विक वेकेशन प्लान करते हैं, जो कि आमतौर पर वीकेंड पर तय किए जाते हैं। माइक्रो वेकेशन आज की डेट में स्ट्रेस कम करने के साथ ही फैमिली को करीब लाने का भी काम करता है।
पहले के लोग म्यूजियम आदि घूमने जाया करते थे, लेकिन अब लोग ऐसी जगह की तलाश में रहते हैं, जहां उन्हें खाने-पीने से लेकर ट्रेडिशनल क्राफ्ट, नेचर और तरह-तरह की एक्टिविटीज का आनंद उठाने का मौका मिले। ऐसे डेस्टिनेशंस अब फैमिली ट्रेवल के लिए लोगों की पहली पसंद बन रही हैं।





