Psychological Hack : सामने वाले का मनोविज्ञान समझकर इस तरह करें स्थिति कंट्रोल

Psychology

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मनोविज्ञान बड़े का काम की चीज है। इसे समझकर आप व्यक्तियों और स्थितियों को काफी कुछ समझ सकते हैं। कई बार सामने वाला व्यक्ति कह कुछ रहा होता है और उसके मन में कुछ और होता है। ऐसे में कुछ मनोवैज्ञानिक हैक (psychological hack) के जरिए आप वस्तुस्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ तथ्य बताने जा रहे हैं।

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  • अगर कोई आपके किसी सवाल का जवाब रुक रुककर धीरे धीरे दे रहा है तो बीच में उसे टोकिये मत, उसकी बात खत्म होने का इंतजार कीजिए। बहुत संभावना है कि अगर आप उसे कुछ न कहें तो वो आपको सारी बात सच बता दे।
  • अगर आपको किसी से कोई वस्तु चाहिए तो उसे मांगने की बजाय उसके सामने इस बात को एक ऑफर या मौके की तरह प्रस्तुत कीजिए।
  • जब आप किसी से मिलते हैं और मुस्कुराते हैं तो उनकी आंखों में देखिये। अगर उनकी आंखों में चमक दिखाई देती है या वो खुशी से फैली हुई नजर आती है तो इसका मतलब है कि वो आपसे मिलकर खुश हैं।
  • किसी भी व्यक्ति को उसके नाम से पुकारिये। एक व्यक्ति के लिए उसका नाम दुनिया की सबसी मीठी पुकार है। उसे खास महसूस कराने के लिए उसका नाम दोहराइये।
  • कोई भी काम पहली बार करते हुए उससे शून्य उम्मीद रखें। आप अगर नाकाम होते हैं तो इससे आपको निराशा कम होगी।
  • किसी व्यक्ति के स्वभाव के बारे में पता लगाने के लिए उसके व्यवहार को देखिये। वो व्यक्ति किसी ऐसे शख्स के साथ कैसा व्यवहार करता है जिससे उसे कोई लाभ नहीं होने वाला है, ये बात उसकी शख्सियत को बताती है।
  • किसी बात पर कोई ऑफर देने या मोलभाव करने के बाद शांत हो जाइये और थोड़ा इंतजार कीजिए। अगर आप लगातार बोलते रहेंगे तो ये बात आपके फेवर में नहीं जाएगी।
  • कोई तनाव वाला काम करते समय च्युइंगम चबाइये, ये आपके दिमाग को शांत करती है।
  • जब आप कोई नई बात सीखते हैं तो किसी और व्यक्ति को उसके बारे में सिखाइये। सीखने की बजाय सिखाने की प्रक्रिया में आप उसे अधिक याद रख पाएंगे।
  • ज्यादातर लोगों के लिए बात करने का फेवरेट टॉपिक वो स्वयं होते है। अगर आप किसी ऐसी स्थिति में फंस गए हैं कि बात करने का कोई विषय नहीं मिल रहा तो उस व्यक्ति से उसके बारे में सवाल कीजिए।
  • भावनात्मक एक्स्प्रेशन वास्तव में भावनाओं को प्रभावित करते हैं। अगर आप मुस्कुराएंगे तो कुछ समय बाद आप वाकई में अच्छा महसूस करेंगे।
  • सीधे खड़े होइये। इससे आप अधिक आत्मविश्वास से भरे लगेंगे और महसूस भी करेंगे।
  • बच्चों कुछ भी कहते हुए उन्हें विकल्प दीजिए। उदारहण के लिए उनसे पूछिये कि तुम नीला टीशर्ट पहनना चाहते हो या हरा। इससे बच्चों को लगेगा कि उनकी चॉइस पूछी जा रही है न कि उन्हें निर्देश दिया जा रहा है।
  • किसी से कोई फेवर मांगते समय ‘क्योंकि’ शब्द का इस्तेमाल करे। इससे सामने वाले को लगेगा कि क्योंकि इसके पीछे ये कारण है इसलिए ये ठीक बात है।

About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।