राधा-कृष्ण की तस्वीर बहुत से लोग घर में सजावट और सकारात्मकता के लिए लगाते हैं। लेकिन जब बात बेडरूम की आती है, तो कई लोग दुविधा में रहते हैं। क्या बेडरूम में भगवान की तस्वीर लगाना उचित है? क्या इससे दांपत्य जीवन पर असर पड़ता है? और अगर राधा-कृष्ण की तस्वीर प्रेम का प्रतीक है, तो फिर इसे बेडरूम में क्यों न लगाया जाए? ये सवाल अक्सर लोग पूछते हैं।
दरअसल, वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार राधा-कृष्ण की फोटो को बेडरूम में लगाने के कुछ खास नियम हैं। अगर इसे सही दिशा और भावना के साथ लगाया जाए, तो ये रिश्तों में मधुरता बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं इसके पीछे का पूरा वास्तु लॉजिक।
बेडरूम में राधा-कृष्ण की तस्वीर लगाने के फायदे और नियम
1. राधा-कृष्ण की तस्वीर से आता है प्रेम और सकारात्मकता
राधा-कृष्ण की जोड़ी को शुद्ध प्रेम और अटूट भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक माना जाता है। बेडरूम में इनकी तस्वीर लगाने से जीवनसाथी के बीच का संबंध मजबूत होता है। खासतौर पर नवविवाहित या शादीशुदा कपल्स के लिए ये सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बन सकती है।
2. तस्वीर लगाने की सही दिशा और जगह
वास्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बेडरूम में राधा-कृष्ण की तस्वीर को उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) की दीवार पर लगाना शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि तस्वीर ऐसी हो जिसमें राधा और कृष्ण प्रेमपूर्वक मुस्कुराते हुए दिखाई दें। साथ ही, तस्वीर बेड के ठीक सामने न हो, बल्कि साइड वॉल पर हो।
3. किन बातों का रखें खास ध्यान
- तस्वीर धूल-मिट्टी से साफ-सुथरी होनी चाहिए।
- टूटी हुई या धुंधली फोटो न लगाएं।
- राधा बिना कृष्ण या कृष्ण बिना राधा की फोटो न लगाएं, क्योंकि ये अधूरेपन का प्रतीक बन सकता है।
- भगवान की अन्य मूर्तियों की तरह इस तस्वीर के आगे पूजा की जरूरत नहीं होती, लेकिन आदरभाव जरूर रखें।





