बरसात का मौसम हर किसी को राहत जरूर देता है, लेकिन बागवानी करने वालों के लिए ये थोड़ा चुनौतीपूर्ण भी हो जाता है। खासकर जब बात टमाटर (Tomato Plant Care) उगाने की हो, तो नमी, कीट और फफूंदी जैसी परेशानियां आकर खड़ी हो जाती हैं। कई बार मेहनत के बावजूद पौधे फल नहीं देते या जल्दी खराब हो जाते हैं।
लेकिन अगर आप एक अनुभवी माली की बताई गई कुछ आसान और स्मार्ट ट्रिक्स फॉलो करें, तो न सिर्फ टमाटर के पौधे अच्छे से बढ़ेंगे, बल्कि उनमें फलों की पैदावार भी तीन गुना तक बढ़ सकती है। इन टिप्स को अपनाकर आप भी इस बरसात अपने गार्डन में टमाटर की बहार ला सकते हैं।

3 ट्रिक्स से टमाटर की पैदावार में बंपर बढ़ोतरी
1. पौधे की कटिंग है सबसे जरूरी
बरसात में पौधा बहुत तेजी से बढ़ता है, लेकिन इस बढ़त से टमाटर नहीं आते। ऐसे में माली सलाह देते हैं कि पौधे की साइड ब्रांचेस (suckers) को नियमित रूप से काटते रहें। इससे पोषक तत्व फलों की तरफ डायवर्ट होते हैं, और पौधा फलों से भर जाता है।
2. मिट्टी में मिलाएं ये खास चीज
मिट्टी में नीम की खली, गोबर की खाद और राख मिलाकर डालें। ये तीनों चीजें मिलकर मिट्टी को फर्टाइल बनाती हैं और पौधे की जड़ों को मजबूती देती हैं। बरसात में मिट्टी जल्दी सड़ती है, इसलिए यह मिक्स पौधों को बचाता भी है और फलने में मदद करता है।
3. फूल झड़ने से रोकने के लिए स्प्रे करें दही का घोल
बरसात में फूल झड़ना आम समस्या है। इस पर काबू पाने के लिए 1 लीटर पानी में 2 चम्मच दही मिलाकर स्प्रे करें। दही के बैक्टीरिया पौधे में नैचुरल ग्रोथ हार्मोन पैदा करते हैं, जिससे फूल झड़ते नहीं और फल बनने लगते हैं।
बरसात में टमाटर की देखभाल कैसे करें?
पौधों को पानी से बचाएं
बारिश के मौसम में अक्सर पौधों की जड़ें पानी में डूब जाती हैं, जिससे जड़ सड़ने लगती है। माली बताते हैं कि पौधे को ऐसे गमले में लगाएं जिसमें ड्रेनेज हो या फिर जमीन में उगा रहे हैं तो हल्की ऊंचाई पर लगाएं।
धूप की कमी न हो
बरसात में धूप कम निकलती है, इसलिए कोशिश करें कि पौधों को सुबह की हल्की धूप जरूर मिले। इससे पौधों में क्लोरोफिल का निर्माण अच्छे से होता है और वे ज्यादा फल देते हैं।
टमाटर की सही वैरायटी चुनें
अगर आप बंपर पैदावार चाहते हैं तो ‘चाइनीज चेरी’, ‘रोमा’ या ‘देशी गोल टमाटर’ जैसी किस्में लगाएं जो ज्यादा फल देती हैं और बरसात के मौसम में जल्दी खराब नहीं होतीं।
जैविक खादों का ही करें इस्तेमाल
केमिकल फर्टिलाइज़र से फल ज्यादा लेकिन स्वाद कम होता है। अगर आप स्वादिष्ट और हेल्दी टमाटर चाहते हैं तो जैविक खाद जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट और नीम खली को प्राथमिकता दें।
माली का सीक्रेट टिप
ये भले ही अजीब लगे, लेकिन कुछ माली मानते हैं कि अगर आप पौधे से प्यार से बात करें, उसकी देखभाल करें तो वो बेहतर फल देता है। ये साइकोलॉजिकल ट्रिक पौधों पर पॉजिटिव असर डालती है।
क्या टमाटर की खेती से मुनाफा भी हो सकता है?
छोटे स्तर पर भी अगर आप घर में 5-6 पौधे लगाते हैं और इन तरीकों से देखभाल करते हैं, तो 1 महीने में 8-10 किलो टमाटर मिल सकते हैं। मार्केट रेट से तुलना करें तो यह एक अच्छा सेविंग ऑप्शन बन सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या टमाटर की खेती सिर्फ बरसात में ही की जा सकती है?
नहीं, टमाटर सालभर उगाया जा सकता है, लेकिन बरसात में थोड़ी ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होती है।
2. दही का स्प्रे कितने दिन में एक बार करना चाहिए?
हर 7-10 दिन में एक बार दही का स्प्रे करना बेहतर होता है।
3. टमाटर के पौधे में कीड़े लग जाएं तो क्या करें?
नीम के तेल और पानी का घोल स्प्रे करें। ये कीड़ों को दूर रखता है।
4. कौन सी खाद टमाटर के लिए सबसे अच्छी है?
वर्मी कम्पोस्ट, नीम खली और गोबर की खाद टमाटर के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
5. क्या घर की छत पर भी टमाटर उगाए जा सकते हैं?
बिल्कुल! अगर धूप आती है और ड्रेनेज अच्छा है तो छत पर भी टमाटर की खेती सफल हो सकती है।