Recipe: इन आसान स्टेप्स में बनाएं परफेक्ट मिष्टी दोई, लजीज़ स्वाद बना देगा दीवाना

Recipe: मिष्टी दोई एक स्वादिष्ट और लोकप्रिय बंगाली मिठाई है जो दही, गुड़, और खमीर से बनाई जाती है। यह नाश्ते या मिठाई के लिए एकदम सही है, और इसे बनाना भी बहुत आसान है।

Bhawna Choubey
Published on -

Recipe: मिष्टी दोई, एक स्वादिष्ट और लोकप्रिय बंगाली मिठाई, जो दही, गुड़ और खमीर से मिलकर बनती है, नाश्ते या मिठाई के लिए एकदम सही है। इसकी उत्पत्ति सदियों पुरानी है, और यह बंगाल की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह बनाने में आसान है, बस थोड़े से सरल सामग्री की आवश्यकता होती है। दूध को उबालकर आधा कर लिया जाता है, फिर गुड़ और दही मिलाकर गर्म स्थान पर जमने दिया जाता है। परिणाम एक मलाईदार, स्वादिष्ट मिठाई है जो ताज़ा फल या सूखे मेवों के साथ परोसी जाती है। मिष्टी दोई न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यह प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन का अच्छा स्रोत है, और पाचन तंत्र के लिए भी अच्छा माना जाता है। यह त्योहारों और विशेष अवसरों का एक अनिवार्य हिस्सा है, और परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने के लिए एक लोकप्रिय व्यंजन है। मिष्टी दोई का हर स्वादिष्ट निवाला, बंगाल की समृद्ध विरासत और स्वादिष्ट व्यंजनों का अनुभव प्रदान करता है।

सामग्री:

1 लीटर पूर्ण वसा वाला दूध
1/2 कप कद्दूकस किया हुआ गुड़
2 बड़े चम्मच दही
1/4 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा (वैकल्पिक)

विधि:

1. दूध उबालें:एक भारी तले वाले बर्तन में दूध को मध्यम आंच पर उबाल लें।
2. आंच को कम करें और दूध को तब तक उबालें जब तक कि वह आधा न हो जाए।
3. आंच बंद करें और दूध को थोड़ा ठंडा होने दें।
4. एक बार जब दूध गुनगुना हो जाए, तो इसमें गुड़ और दही डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
5. यदि आप चाहें तो 1/4 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा मिला सकते हैं। यह दही को जल्दी जमाने में मदद करेगा।
6. मिश्रण को एक साफ, सूखे बर्तन में डालें। बर्तन को ढक दें और इसे गर्म स्थान पर 8-10 घंटे के लिए रख दें, या जब तक कि दही जम न जाए।
7. एक बार जब दही जम जाए, तो इसे फ्रिज में रख दें।
8. ठंडा होने पर ताजे फलों या नट्स के साथ परोसें।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


About Author
Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News