Recipe: व्रत के लिए परफेक्ट साबूदाना डोसा, देखें सावन स्पेशल रेसिपी

Recipe: व्रत के दिनों में साबूदाना डोसा एक बेहतरीन विकल्प होता है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पौष्टिक भी होता है। साबूदाना में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर होता है, जो व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है।

dosa

Recipe: साबूदाना डोसा एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भारतीय व्यंजन है, जो खासकर व्रत के दौरान लोकप्रिय होता है। इसे बनाने के लिए साबूदाना (टैपिओका मोती), उबले हुए आलू, मूंगफली, और कुछ मसालों का उपयोग किया जाता है। साबूदाना को पानी में भिगोकर नरम किया जाता है और फिर मसले हुए आलू और पिसी हुई मूंगफली के साथ मिलाया जाता है। इस मिश्रण को हल्के मसालों से सजाकर डोसे के आकार में तवे पर सेंका जाता है। साबूदाना डोसा बाहर से कुरकुरा और अंदर से नरम होता है, जो इसे खाने में बेहद आनंददायक बनाता है। इसे नारियल की चटनी या दही के साथ परोसा जाता है, जो इसके स्वाद को और भी बढ़ा देता है। साबूदाना डोसा न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि जल्दी पचने वाला और ऊर्जा प्रदान करने वाला भी होता है, जो इसे व्रत और उपवास के लिए आदर्श बनाता है।

सामग्री:

साबूदाना: 1 कप (भिगोया हुआ)
आलू: 2-3 (उबले हुए और मसले हुए)
हरी मिर्च: 2 (बारीक कटी हुई)
अदरक: 1 इंच (कद्दूकस किया हुआ)
जीरा: 1/2 चम्मच
हींग: एक चुटकी
धनिया पत्ती: बारीक कटी हुई
नमक: स्वादानुसार
तेल: तलने के लिए
सिंगहारा का आटा: 2-3 चम्मच (जरूरत पड़ने पर)

विधि:

1. साबूदाना को 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
2. एक पैन में तेल गरम करें और जीरा डालें। जब जीरा चटक जाए तो इसमें हरी मिर्च और अदरक डालकर भूनें। अब इसमें उबले हुए और मसले हुए आलू, धनिया पत्ती और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
3. भिगोए हुए साबूदाना को पानी निचोड़कर एक प्लेट में निकाल लें। इसमें आलू का मसाला, सिंगहारा का आटा और जरूरत के अनुसार पानी डालकर गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
4. एक नॉन-स्टिक तवा गरम करें और उस पर थोड़ा सा तेल लगाएं। अब इसमें डोसा का घोल फैलाएं और दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पकाएं।
5. गरमागरम साबूदाना डोसा को नारियल की चटनी या हरी चटनी के साथ सर्व करें।

 


About Author
भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News