Relationship tips : अगर आप भी हैं पॉकेटिंग रिलेशनशिप में तो जान लें इसके नुकसान

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अगर हम किसी के प्रेम (love) में होते हैं तो ज़ाहिर तौर पर हमारी इच्छा होती है कि सारी दुनिया के सामने इसका इज़हार करे, इसे स्वीकार करें। अगर दोनों पार्टनर एक दूसरे से कमिटेड रिलेशनशिप (committed relationship) में हैं तो वो ऐसा करते भी हैं। लेकिन कई बार दोनों या फिर उनमें से कोई एक इस बात को सीक्रेट रखना चाहता है। अगर आप भी ऐसी सीक्रेट रिलेशनशिप में है तो उसके लिए एक टर्म यूज़ की जाती है जिसे पॉकेटिंग रिलेशनशिप (Pocketing Relationship) कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि जिस तरह हम कपड़ों की पॉकेट में चीजें छिपाकर रखते हैं, वैसे ही अपने रिश्ते को भी छिपा रहे हैं। पॉकेटिंग रिलेशनशिप के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन देखा जाए तो कुल मिलाकर इसके फायदे गिने चुने और नुकसान अधिक हैं।

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पॉकेटिंग रिलेशनशिप में दोनों पार्टनर्स जब पब्लिकली मिलते हैं तो अपना रिश्ता छिपाते हैं। वो ऑफिस, दोस्तों या फिर किसी से भी सामने ये नहीं दिखाते कि उनके बीच किसी भी तरह की रिलेशनशिप है। लेकिन अकेले में मिलते हैं तो वो डेट करते हैं या अपनी तरह से रिश्ते को जीते हैं। यहां हमें सबसे पहले ये देखना होगा कि आखिर कोई पॉकेटिंग रिलेशनशिप चाहता क्यों है। इसका साफ अर्थ है दोनों या कोई एक पार्टनर इस रिश्ते को लेकर श्योर नहीं है। अगर दोनों ही इसपर राज़ी है तो फिर कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि ये दोतरफा फैसला है। लेकिन अगर रिश्ते में एक पार्टनर सीरियस है और दूसरा इसे सीक्रेट रखना चाहता है तो ये मुश्किल वाली बात है।

इसका अर्थ ये हो सकता है कि दूसरा पार्टनर अपने रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं है और वो कभी भी इससे बाहर जा सकता है। इसमें आप दुनिया के सामने सिंगल होते हैं और इस कारण आपका पार्टनर किसी और को अप्रोच कर सकता है या कोई तीसरा भी उसके लिए सोच सकता है। इसमें जो पार्टनर गंभीर है उसे इनसिक्योरिटी हो सकती है। साथ ही आप केवल एकांत में ही मिल सकते हैं..पब्लिक प्लेस पर एक दूसरे को इग्नोर करना भी एक तरह का इमोशनल टॉर्चर है। यहां कोई जिम्मेदारी की भावना नहीं है और न ही एक दूसरे को सपोर्ट करने का अहसास। चूंकि दुनिया के सामने आप कपल नहीं इसलिए आप दोनों को अनजानों की तरह या फिर सामान्य परिचितो की तरह व्यवहार करना होगा, और ये नाटकीयता रिश्ते के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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