पर्यटन यानी सिर्फ घूमना नहीं, अब सोने और खाने के लिए भी देश-दुनिया की यात्रा करते हैं लोग, जानिए टूरिज्म के नए ट्रेड्स

आज के समय में पर्यटन सिर्फ छुट्टियां बिताने का साधन नहीं रह गया है, बल्कि ये एक ऐसी यात्रा बन चुकी है जो आत्मिक शांति, मानसिक संतुलन और शारीरिक स्फूर्ति की ओर ले जाती है। पर्यटन अब खूबसूरत स्थानों के दौरे तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक गहरे अनुभव और सेल्फ डिस्कवरी का जरिया भी बनता जा रहा है। स्पिरिचुअल टूरिज्म, इको-टूरिज्म और स्लीप टूरिज्म जैसे नए ट्रेंड्स ने साबित कर दिया है कि अब यात्राओं का तरीका और उद्देश्य बदल रहा है।

Shruty Kushwaha
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Discover Emerging Tourism Trends : आज की भागमभाग भरी ज़िंदगी में तनाव, मानसिक थकान और समय की कमी आम समस्याएं बन गई हैं। लोग रोजमर्रा की जिम्मेदारियों और काम के दबाव के चलते मानसिक और शारीरिक रूप से थक जाते हैं। ऐसे में कहीं घूम आना एक राहत होता है। टूरिज्म से न सिर्फ हमें एक ब्रेक मिलता है, बल्कि ये नई ऊर्जा और उत्साह के साथ जीवन में वापसी का एक ज़रिया भी बनता है।

अब पर्यटन सिर्फ मनोरंजन या नई जगहें देखने तक सीमित नहीं रह गया है। आजकल टूरिज्म के ज़रिए लोग मानसिक शांति, आत्म-खोज और कुछ बेहतर सीखने की कोशिश भी करते हैं। यही कारण है कि आज के समय में कई तरह के नए टूरिज्म ट्रेंड्स पॉपुलर हो रहे हैं। मेंटल वेलनेस और आत्मिक संतुलन के लिए लोग पर्यटन के नए-नए प्रकारों को अपना रहे हैं।

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पर्यटन के क्षेत्र में विस्तार

मानसिक स्वास्थ्य और पर्यटन का आपस में गहरा संबंध है। एक नई जगह पर जाना, प्राकृतिक सुरम्य वातावरण में समय बिताना या किसी सांस्कृतिक अनुभव का हिस्सा बनना मानसिक तनाव को कम करने में बेहद मददगार साबित होता है। तनावपूर्ण जीवनशैली से राहत पाने के लिए लोग ऐसी जगहों पर जाना पसंद कर रहे हैं, जहां उन्हें मानसिक शांति और सुकून मिल सके। इसी कारण पर्यटन के क्षेत्र में कई नए ट्रेंड्स उभर कर सामने आए हैं। ये ट्रेंड्स लोगों की मानसिक शांति और जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने पर केंद्रित हैं। आज हम टूरिज्म के कुछ ऐसे ही नए ट्रेंड्स के बारे में जानेंगे।

क्या हैं नए टूरिज्म ट्रेंड्स

1. वेलनेस टूरिज्म (Wellness Tourism) : इसमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाता है। इसके लिए पर्यटक योग, ध्यान, आयुर्वेदिक थेरेपी और स्पा जैसी सेवाओं का अनुभव लेते हैं। भारत में ऋषिकेश, केरल, मालयी क्षेत्र इसके लिए लोकप्रिय स्थान हैं। लोग तनाव से मुक्त होकर खुद को बेहतर महसूस करने के लिए इन स्थानों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

2. इको-टूरिज्म (Eco-Tourism) : पर्यावरण-संवेदनशील पर्यटन, जिसमें प्राकृतिक स्थलों की सैर की जाती है और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाता। प्रकृति के करीब जाकर आत्मिक शांति का आभास होता है और ये उसी का जरिया है। सुंदरवन, पश्चिमी घाट, कूर्ग इसके लिए काफी लोकप्रिय है। भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना मानसिक शांति प्रदान करता है।

3. स्पिरिचुअल टूरिज्म (Spiritual Tourism) : आध्यात्मिक पर्यटन वह यात्रा है जो मानसिक शांति, आत्म-खोज और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने के उद्देश्य से की जाती है। इसमें व्यक्ति ऐसे स्थलों की यात्रा करता है, जो धार्मिक, पौराणिक, या आध्यात्मिक महत्व रखते हैं। यह पर्यटन किसी धर्म विशेष से नहीं जुड़ा होता, बल्कि इसे आंतरिक शांति, ध्यान और आत्मिक संतुलन पाने के माध्यम के रूप में भी देखा जाता है।

4. डिजिटल नोमैड टूरिज्म (Digital Nomad Tourism) : ये ऐसा पर्यटन ट्रेंड है, जिसमें लोग अपनी नियमित नौकरियों या व्यवसायों को जारी रखते हुए यात्रा करते हैं और अलग-अलग स्थानों से काम करते हैं। डिजिटल नोमैड्स (Digital Nomads) वे लोग होते हैं, जो इंटरनेट के माध्यम से रिमोट वर्क करते हुए अपनी आजादी और घुमक्कड़ी की इच्छाओं को पूरा करते हैं। वर्क फ्रॉम होम और गिग इकॉनमी के कारण लोग काम के साथ यात्रा करने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं।

5. एडवेंचर टूरिज्म (Adventure Tourism) : इसमें रोमांचकारी गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, राफ्टिंग, स्काईडाइविंग और माउंटेन बाइकिंग शामिल होती हैं। खासतौर पर युवाओं में रोमांच और चुनौतीपूर्ण गतिविधियों के प्रति रुचि बढ़ रही है और इसीलिए इसका ट्रेंड भी बढ़ रहा है।

6. फूड टूरिज्म (Food Tourism) : फूड टूरिज्म को गैस्ट्रोनॉमिक टूरिज्म (Gastronomic Tourism) भी कहा जाता है। ये यात्रा का वो प्रकार है जिसमें किसी विशेष स्थान की स्थानीय खाद्य परंपराओं, व्यंजनों और खाने-पीने की संस्कृति का अनुभव करना मुख्य उद्देश्य होता है। इस तरह के पर्यटन में लोग यात्रा करते हैं ताकि वे किसी क्षेत्र के स्वाद, उसकी विशेष डिश और भोजन से जुड़ी परंपराओं का आनंद ले सकें। फूड टूरिज्म सिर्फ खाने तक सीमित नहीं है बल्कि ये एक सांस्कृतिक अनुभव भी है जो किसी देश या स्थान की स्थानीय जीवनशैली, परंपराओं और संस्कृति को समझने का अवसर देता है।

7. स्लीप टूरिज्म (Sleep Tourism) : ये एक उभरता हुआ पर्यटन ट्रेंड है, जिसमें लोग अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार और शारीरिक व मानसिक स्थिति में सुधार के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए अनुभवों की तलाश में यात्रा करते हैं। यह ट्रेंड उन लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है जो व्यस्त जीवनशैली, तनाव और अनियमित नींद के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से राहत पाना चाहते हैं। स्लीप टूरिज्म का फोकस ऐसी जगहों पर होता है, जो शांत वातावरण, आरामदायक सुविधाएं और नींद को बढ़ावा देने वाले विशेष अनुभव प्रदान करते हैं।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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