Tue, Dec 23, 2025

महाराष्ट्र में रोपवे सेवा से सफर होगा आसान, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

Written by:Sanjucta Pandit
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महाराष्ट्र में घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं। बात करें राजधानी मुंबई की तो यह सबसे अमीर देश की लिस्ट में शुमार है, जिसे सपनों की नगरी यानी ड्रीम सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
महाराष्ट्र में रोपवे सेवा से सफर होगा आसान, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

भारत में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक स्थान है। पर्यटन के लिए पूरब से लेकर पश्चिम तक… उत्तर से लेकर दक्षिण तक… हर एक कोने में टूरिस्ट स्थल है, जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। आज हम आपको महाराष्ट्र में घूमने वाली जगह के बारे में बताएंगे, जहां आप रोपवे का लुफ्त उठा सकते हैं। महाराष्ट्र में घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं। बात करें राजधानी मुंबई की तो यह सबसे अमीर देश की लिस्ट में शुमार है, जिसे सपनों की नगरी यानी ड्रीम सिटी के नाम से भी जाना जाता है, जहां हीरो हीरोइन बनने का सपना देखने वाले लोग नई उड़ान देने के लिए पहुंचते हैं। यहां रहना खाना काफी ज्यादा कॉस्टली है। हालांकि, यहां पर घूमने के लिए बहुत से टूरिस्ट प्लेस है, लेकिन कुछ जगह ऐसे भी हैं, जहां पर्यटक बहुत से कारण बस नहीं पहुंच पाते हैं, जिसके लिए स्थानीय सरकार द्वारा उपाय निकाला गया है।

मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड ने महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्से में फैले लगभग 45 ऐसी जगह छुने हैं, जहां रुपए की सुविधा शुरू की जाएगी।

रोपवे की सुविधा

बता दें कि पर्यटक आने वाले कुछ दिनों में एलिफेंटा केव, माथेरान हिल स्टेशन, रायगढ़ किला, अलीबाग फोर्ट, कुणकेश्वर, सिंहगढ़ किला, महाबलेश्वर, प्रतापगढ़ किला, सज्जनगढ़, कंस घाटी, मुक्तेश्वर मंदिर, रेणुका मंदिर में रोपवे का आनंद उठा सकते हैं।

पर्यटन को बढ़ावा

रोपवे बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही ऊंचाई वाले जगह तक बच्चे, बुजुर्ग और दिव्यांग आसानी से पहुंच सकते हैं और यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं। बहुत लोग ऊंचाई पर स्थित इन जगह पर नहीं जा पाए, लेकिन अब उन्हें इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इन सभी स्थानों पर रोपवे बनाने से राज्य का विकास होगा। अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। एडवेंचर्स लवर यहां तरह की एक्टिविटीज में हिस्सा ले सकते हैं। रोजगार के अवसर मिलेंगे। पहाड़ों पर तय करने वाली ऊंचाई पर लगने वाले समय काम हो जाएंगे, जिससे पर्यटकों को भी राहत पहुंचेगी वह अपने ट्रिप को उसी अकॉर्डिंग प्लान कर पाएंगे।