सर्दियों से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े तो पहन लेते हैं लेकिन शरीर के अंदर की गर्माहट के बारे में अक्सर कम ही सोचते हैं इसलिए जरूरी ये भी है कि शरीर को बाहरी सर्दी से जितना बचाया जाए उसे अंदर से भी उतना ही गर्म रखा जाये और ये केवल हो सकता है ऐसे खाने से जो शरीर के आतंरिक तापमान को नियंत्रित करता हो।
हमारे देश में मौसम के हिसाब से रसोई में बहुत से बदलाव आते हैं, सब्जियां बदल जाती हैं, पेय पदार्थ बदल जाते हैं, कई तरह के ड्राई फ्रूट्स का उपयोग बढ़ जाता है, ऐसी बहुत से खाद्य सामग्री उपयोग में आने लगती है जो शरीर को अंदर से गरम रखती है, इसी क्रम में हम आपको ऐसे चार अनाज के आटे के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे बनी रोटियां आपका स्वाद भी बढ़ाएंगी और सेहत भी।
बाजरे के आटे की रोटी
बाजरे को श्रीअन्न (मोटा अनाज) कहते हैं यानि ये सुपर फ़ूड है, इसके आटे से बनी रोटियां आमतौर पर सर्दियों में खाई जाती हैं, ये ग्रे रंग का होता है, इसमें फाइबर, पोटेशियम और ओमेगा – 3 फैटी एसिड भी पाया जाता है , बाजरा गर्म होता है इसलिए इससे बनी रोटी शरीर को अंदर से गर्म रखती हैं।
मक्के के आटे से बनी रोटी
मक्का भी श्रीअन्न की श्रेणी में आता है, ये सबसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ माना जाता है, क्योंकि इसमें विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, सेलेनियम, और बीटा कैरोटीन पाया जाता है जिससे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है लोग भुट्टे के रूप में भी इसका सेवन करते हैं, पॉपकॉर्न के रूप में भी खाते हैं लेकिन जैसे ही मक्के दी रोटी सरसों दा स्वाद कहते हैं तो मुंह में पानी आ जाता है, इसके आटे से बनी रोटी बहुत फायदेमंद होती है।
ज्वार के आटे की रोटी
ज्वार भी सुपर फूड है यानि ये भी श्रीअन्न है, भारत में सदियों से ज्वार और बाजरे की रोटी खाने का चलन है, ज्वार के आटे की रोटी ब्लड शुगर कंट्रोल करती है, डाइजेशन सही रखती है, इसे खाने से दिल की बीमारी से बचा जा सकता है।
कुट्टू के आटे की रोटी
उपवास यानि व्रत में लोग कुट्टू के आटे की पुड़ी खाते हैं लेकिन क्या आप जानते है कि सर्दियों में यदि आप कुट्टू के आटे से बनी रोटी खाते हैं तो ये आपके लिए बहुत फायदेमंद है, कुट्टू में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स होता है इसमें फाइबर भी होता है जो हमें कई तरह की परेशानियों से बचाता है और सेहतमंद रखता है।
Disclaimer : इस आलेख में दी गई एक सामान्य जानकारी है, इसमें से किसी भी आटे की रोटी के सेवन से पहले आप अपने चिकित्सक की राय अवश्य लें।