ब्रह्मांड में कई अनसुलझे रहस्य हैं, जिन्हें सुलझाने में विज्ञान लगा हुआ है। लेकिन हमारा विज्ञान ऐसे रहस्यों तक भी पहुंच गया है, जिन्हें सुनकर आपके होश उड़ सकते हैं। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा क्षुद्रग्रह खोजा है, जिसमें सोना, प्लैटिनम, निकल और लोहे जैसी बहुमूल्य धातुएं मिली हैं। इस एस्टेरॉइड का नाम 16 साईकी है, जिसे इटली के खगोलविद एनीबॉनी गैस्परिस ने खोजा था। 16 साईकी सौरमंडल में खोजा गया 16वां एस्टेरॉइड था, जिसकी वजह से इसका नाम 16 साईकी रखा गया।
वैज्ञानिकों की मानें तो 16 साईकी पर मौजूद धातुओं की कीमत पूरी पृथ्वी की अर्थव्यवस्था से भी कई गुना अधिक हो सकती है। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 16 साईकी पर मौजूद धातुएं बहुमूल्य हैं, जिनकी कीमत करीब 100 क्वाड्रिलियन डॉलर हो सकती है। यानी अगर इसे धरती पर लाया जा सके, तो धरती का हर व्यक्ति अमीर हो सकता है।

आखिर यह एस्टेरॉइड धातु से कैसे बना?
यही वजह है कि इस मिशन को लेकर NASA कड़ी मेहनत कर रहा है। लेकिन यह समझना भी जरूरी है कि आखिर यह एस्टेरॉइड धातु से कैसे बना? आमतौर पर जो एस्टेरॉइड होते हैं, वे कार्बन, बर्फ और पत्थर से बने होते हैं। लेकिन इस एस्टेरॉइड पर धातुएं कैसे पहुंच गईं? वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 16 साईकी किसी पुराने ग्रह का कोर हो सकता है, जिसके चलते यह धातुओं का बना हो सकता है। 16 साईकी की बाहरी परत किसी बड़ी टक्कर के चलते अलग हो गई होगी, जिसके चलते यह ऐसा दिखता है। बता दें कि ग्रह बनने की शुरुआती अवस्था में जो धातुएं होती हैं, वे ग्रह के कोर में स्थित हो जाती हैं। शायद 16 साईकी भी किसी ग्रह का कोर रहा होगा।
क्या धरती पर लाया जा सकता है यह सोना?
अब सवाल यह है कि क्या इस बहुमूल्य, कीमती सोने को धरती पर लाया जा सकता है? दरअसल, यह लगभग नामुमकिन सा है, जिसके पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है ब्रह्मांड की दूरी। जितना दूर यह एस्टेरॉइड है, उसे लाने के लिए अब तक ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित नहीं हुई है। और अगर किसी तरह से इस सोने को धरती पर लाया भी जाए, तो सोने की कोई कीमत नहीं रह जाएगी और उसका महत्व खत्म हो जाएगा। वैज्ञानिकों द्वारा यह खोज की जा रही है कि आखिर यह ग्रह कैसे बना।