सपने में अलग अलग रंग देखने का क्या है अर्थ, जानिए शुभ-अशुभ संकेत

Secret of Dreams

Secret of Dreams : सपने मानव मन की एक रहस्यमयी प्रक्रिया है। हम सपने क्यों देखते हैं इसे लेकर दुनियाभर में कई तरह के शोध हुए हैं लेकिन विज्ञान अब भी इसे लेकर किसी तय नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। सपने हमारे जीवन और मस्तिष्क में घटित होने वाली विभिन्न घटनाओं, भावनाओं और विचारों का परिचायक हो सकते हैं। अलग अलग स्थानों पर वहां की धार्मिक मान्यताओं और आस्था के आधार पर सपनों को डिकोड किया गया है। हमारे यहां स्वप्नशास्त्र में भी सपनों को लेकर कई बातें बताई गई हैं।

सपने में रंग देखने के संकेत

हम अक्सर सपनों में अपने घरवालों, परिचितों, दोस्तों, अपने घर, पुराना शहर, नौकरी और ऐसी तमाम चीजें देखते हैं जो हमारे जीवन और स्मृतियों का हिस्सा होती हैं। लेकिन कई बार कुछ सपने ऐसे भी आते हैं, जो हमें अचंभित कर देते हैं। जिनके बारे में न तो हमने कभी सोचा हो न कल्पना की हो। इसीलिए कहा जाता है कि अधिकांश सपने किसी न किसी बात का संकेत होते हैं। आज हम जानेंगे कि अगर आप सपने में अलग अलग रंग देखते हैं तो उसका क्या संकेत हो सकता है।

  • लाल रंग : सपने में लाल रंग का देखना अच्छा और खराब..दोनों तरह का संकेत माना जाता है। ये ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है। इसका अर्थ है कि आप किसी काम को बहुत परिश्रम से करने वाले हैं लेकिन इस दौरान आपको सावधानियां बरतने की जरुरत है। ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने लाल रंग में क्या देखा है।
  • हरा रंग : अगर आप सपने में हरा रंग देखते हैं तो ये एक शुभ संकेत है। ये अच्छे भाग्य, नौकरी में तरक्की, सुख समृद्धि की ओर इसारा करता है।
  • पीला रंग : सपने में पीला रंग दिखाई दे तो ये इस बात की ओर इशारा है कि आपकी चिंताएं समाप्त होने वाली है और जीवन में खुशी, उन्नति, आनंद और आत्मबल आने वाला है।
  • नीला रंग : ये रंग भविष्य में आपकी इच्छाओं की पूर्ति, सही दिशा की ओर अग्रसर होने और सफलता का सूचक है। लेकिन बहुत अधिक गहरा नीला रंग अशुभ संकेत माना जाता है।
  • सफेद रंग : सपने में सफेद रंग देखना भी शुभ होता है। ये आपके जीवन में किसी सकारात्मक परिवर्तन की ओर संकेत करता है। हो सकता है कि आपका रुझान अध्यात्म की ओर बढ़े, आप किसी नए काम से जुड़े या फिर आपको जल्द ही अपनी मेहनत का फल मिलने वाला हो।
  • काला रंग : अगर आप सपने में काला रंग देखते हैं तो सतर्क हो जाइये। इसे अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। ये किसी अप्रिय समाचार, मानसिक परेशानी या अलगाव का संकेत हो सकता है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)

 

 

 

 


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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