सपने में खुद को देखने का क्या है अर्थ, अगर अपने आप को निर्धन देखें तो है शुभ संकेत

Secret of dreams

सपनों का क्या रहस्य है। इस बात पर दुनियाभर में कई तरह की रिसर्च की गई है। ये बात सभी को रोमांचक और रहस्यमयी दोनों लगती है कि नींद आते ही हम सपनों में क्यों गिरफ्तार हो जाते हैं। अलग अलग स्थानों पर वहां की सामाजिक और धार्मिक मान्यतानुसार भी सपनों के अर्थ बताए गए हैं। हमारे यहां स्वप्नशास्त्र में भी अलग अलग सपनों को डिकोड किया गया है।

खुद को सपने में देखने का क्या है संकेत

हम सपने में दुनिया की तमाम चीजें देखते हैं…पानी, आग, शेर, सांप, फूल, जंगल, नदी, पहाड़, रेगिस्तान, भूत प्रेत वगैरह वगैरह। लेकिन अगर सपने में हम खुद को देखें तो। अपने आप को ही अपने सपने में देखने का आखिर क्या अर्थ है। अगर आप सपने में खुद को यानी अपनी ही सूरत देखते हैं तो सामान्य रूप से ये एक शुभ संकेत है। खुद को भी हम कई बार अलग अलग तरीके से सपनों में देखते है। अगर आप स्वयं को स्वप्न में रोते हुए देखें तो घबराइये मत..ये एक शुभ संकेत हैं। इसका अर्थ है कि आपको किसी कार्य में सफलता मिलने वाली है। ये आने वाली किसी खुशखबरी का इशारा भी हो सकता है। अगर अपने हाथ में गुलाब का फूल देखें तो ये भी अच्छा संकेत है और भविष्य में आपको धन मिलने की संभावना है।

अगर स्वयं को नहाते देखें तो ये एक शुभ संकेत है

वहीं अगर आप अपने ही सपने में अपने आप को आत्महत्या करते देखें तो ये भी एक अच्छा संकेत है। माना जाता है कि इससे आपकी उम्र बढ़ गई है और आने वाल समय में धनलाभ होने वाला है। वहीं अगर आप महिला हैं और खुद को साड़ी पहने देखती हैं तो ये इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में आपको मनपसंद जीवनसाथी मिलने वाला है। अगर कोई खुद को सपने में गरीब रूप में देखे तो इसका भी अच्छा संकेत है। ये इस बात को दर्शाता है कि आपका भाग्योदय होने वाला है और जल्द ही आपको अर्थलाभ होगा। अगर आप सपने में खुद को शीशे में निहारते देखते हैं तो ये अच्छा संकेत नहीं है। माना जाता है कि ये आपके जीवन में आने वाली समस्याओं की ओर इशारा है और कुछ लोग आपको कष्ट दे सकते हैं। वहीं अगर आप खुद को ठंडे पानी से नहाते हुए देखते हैं तो ये एक शुभ संकेत है और आपके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा  होने वाली है। सपने में अपने आपको किसी पहाड़ या पेड़ पर चढ़ते देखना भी तरक्की मिलने का सूचक है।

(डिस्क्लेमर – ये लेख विभिन्न स्त्रोंतो से ली गई जानकारियों पर आधारिक है। हम इसकी किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करते हैं।)


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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