सूर्य ग्रहण का नजारा हमेशा से ही लोगों को हैरान करता आया है। कई लोग इसे शास्त्रों से जोड़ते हैं तो कई इसे साइंटिफिक फैक्ट्स से समझाते हैं। यह घटना जब भी होती है, इस पर खूब चर्चाएं देखने को मिलती हैं। जब चंद्रमा सूरज को ढक लेता है तो आसमान में अंधेरा छा जाता है और लोग दंग रह जाते हैं। हालांकि यह दृश्य बेहद सुंदर भी होता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण की सुंदरता एक बेहद ही दुर्लभ और प्राकृतिक घटना मानी जाती है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ फेमस सूर्य ग्रहणों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने दुनिया भर को हैरान कर दिया था।
दुनिया भर में इस समय आने वाले सबसे बड़े सूर्य ग्रहण की चर्चा हो रही है। दरअसल, यह सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण इतना दुर्लभ होने वाला है कि इसकी चर्चा अभी से हो रही है। दरअसल, यह इतना खास इसलिए भी है क्योंकि अगले 100 वर्षों में लगने वाला यह सबसे लंबा सूर्य ग्रहण होगा। जानकारी के मुताबिक, यह सूर्य ग्रहण लगभग 6 मिनट और कुछ सेकंड का होगा। यह नजारा बेहद ही खास होने वाला है, इसीलिए लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
1374 ईसा पूर्व का ग्रहण
दरअसल, 1374 ईसा पूर्व एक ग्रहण ने खूब चर्चाएं बटोरी थीं। इस ग्रहण ने 2 मिनट और 7 सेकंड के लिए पूरे आसमान में अंधेरा कर दिया था। सीरिया के उगरिट में मेसोपोटामिया के इतिहासकारों द्वारा इसे देखा गया था और यह कहा गया था कि “सूरज शर्मसार हो गया था”। यह इतिहास की सबसे पुरानी दर्ज खगोलीय घटनाओं में से एक मानी जाती है।
1302 ईसा पूर्व चीन में
वहीं, 1302 ईसा पूर्व में चीन के इतिहासकारों ने एक दुर्लभ सूर्य ग्रहण रिकॉर्ड किया था। इस सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 6 मिनट 25 सेकंड बताई जाती है। चीन में सूर्य सम्राट का प्रतीक था, इसीलिए इसे शासक के लिए चेतावनी भी माना जाता था।
1763 ईसा पूर्व
इतना ही नहीं, असीरियन साम्राज्य (जो आज इराक में है) ने 1763 ईसा पूर्व में 5 मिनट का सूर्य ग्रहण देखा था। ऐसा भी माना जाता है कि इस ग्रहण का संबंध अशूर शहर में हुए विद्रोह से था। हालांकि इसे लेकर और भी कई दावे किए जाते हैं, लेकिन इतिहास में यह भी सबसे पुराने सूर्य ग्रहणों में आता है।
1133 में इंग्लैंड में
इसके अलावा, 1133 में इंग्लैंड के राजा हेनरी फर्स्ट के देहांत के बाद 4 मिनट 38 सेकंड का सूर्य ग्रहण देखा गया था, जिससे इंग्लैंड में पहले से अशांत माहौल और भी अशांत हो गया था। यह भी इतिहास के सबसे पुराने सूर्य ग्रहणों में से एक है।
कुछ ईसाई धर्म की किताबों में यह भी माना जाता है कि जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था, तो इसके बाद कई घंटे तक आसमान में अंधेरा छा गया था। हालांकि कुछ इतिहासकार और खगोलविज्ञानी कहते हैं कि यह एक सूर्य ग्रहण था, जो 1 मिनट 59 सेकंड तक चला था।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता है।





