हर दुख का समाधान, प्रेमानंद महाराज से जानें खुशहाल जीवन का रहस्य

जीवन में सुख और दुख साथ-साथ चलते हैं, लेकिन कई बार समस्याएं इतनी बढ़ जाती हैं कि मन बेचैन हो उठता है. ऐसे में शांति और खुशहाली पाने के लिए सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है.

Bhawna Choubey
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प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) का प्रवचन सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. सोशल मीडिया पर भी उनकी वीडियो ख़ूब वायरल होती है, उनकी बातों को सुनना सबको बहुत पसंद है. हर कोई अपने मन की उलझनों को सुलझाने के लिए प्रेमानंद जी महाराज के पास पहुँचता है, प्रेमानंद जी महाराज के बताए गए मार्गदर्शन पर चलकर हर व्यक्ति अपने जीवन को ख़ुशहाल बनाता है. प्रेमानंद जी महाराज बहुत ही सरल और साधारण जीवन जीते हैं, वे लोगों को भी हमेशा सरल रहने की ही सलाह देते हैं.

प्रेमानंद जी महाराज सभी के प्रश्नों के उत्तर बड़ी ही सहजता के साथ देते हैं. वे जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियों का समाधान कुछ इस तरह देते हैं कि हर एक व्यक्ति अपने आपको उनके पास जाकर धन्य समझने लगता है. आज हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए, ख़ुशहाल जीवन जीने की ऐसे मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका ज़िक्र स्वयं प्रेमानंद जी महाराज ने अपने प्रवचनों में किया है.

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सच्चे मन से प्रेम करो

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं, कि जीवन में अगर किसी को प्रेम करो, तो सच्चे मन से प्रेम करो, जब हम सच्चे मन से ही प्रेम की भावना हमारे मन में रखते हैं, तो हर दुख अपने आप समाप्त हो जाता है, हम न ज़्यादा लोगों से उम्मीद करते हैं, इतना ही ख़ुद को दोषी ठहराते हैं.

असली सुख हमारे अंदर है

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं, की असली सुख और शांति सिर्फ़ और सिर्फ़ हर इंसान के अंदर है, अच्छा पहनना, अच्छा दिखना, पैसा, दिखावे की दुनियाँ जीना, ये किसी भी प्रकार का सुख नहीं है, यह केवल एक होड़ है जिसके पीछे हर व्यक्ति भाग रहा है, सच्ची शान्ति तो सिर्फ़ हर मनुष्य को ख़ुद के अंदर है.

ज़िंदगी को हल्के फुल्के अंदाज़ में जियो

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि हम जितना ज़िंदगी को कठिन बनाते हैं ज़िंदगी उतना ही कठिन बनती जाती है, इसलिए ज़िंदगी को हमेशा हल्के फुल्के अंदाज़ में जीयो, किसी की भी बातों को मन से लगाकर न बैठो, जिसने जो किया उसे उसका फल मिल जाएगा, आप सिर्फ़ अपनी ज़िंदगी को खुले विचार के साथ जियो और छोटी-छोटी बातों में बिलकुल चिंता मत करो.

ख़ुद को समझो

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं, कि जब इंसान स्वयं को जान जाता है, तो वह असली ख़ुशी और संतोष की प्राप्ति करता है. हम दूसरों को समझने के लिए हमारा समय बर्बाद करते हैं, इसकी बजाय अगर हम अपने आप को समझाएँ, तो ज़िंदगी बहुत आसान बन जाएगी और हमें सच्चे संतोष की प्राप्ति भी होगी.

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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