आजकल दिन भर बिजी लाइफस्टाइल, गलत खानपान और नींद की कमी के कारण लोग तेजी से विभिन्न तरह के रोगों का शिकार हो रहे हैं, जिनमें से एक डायबिटीज के मरीज भी शामिल हैं। जिन्हें ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। दरअसल, चिकित्सकों की मानें तो डिनर के बाद शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए रात के समय खाना खाने के बाद मरीज को बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि रात के समय फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। इसके अलावा मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाता है।
डिनर की बात करते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बताएंगे, जो आपके लिए असरदार हो सकते हैं।
खाएं हरी सब्जी
डायबिटीज पेशेंट को डिनर में ऐसे फूड शामिल करना चाहिए, जिनका ग्लायसेमिक इंडेक्स कम हो। जिससे खाना धीरे-धीरे पचे और शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। क्योंकि हाई जीआई वाले फूड्स तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं। ऐसे में यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए कोशिश करें कि डिनर में हरी सब्जियां, दाल, राजमा, साबुत अनाज, नट्स आदि ही खाएं।
डाइट
डायबिटीज पेशेंट को रात के समय प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए, जो कि धीरे-धीरे डाइजेस्ट होता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में रहता है। ऐसे में आप अपनी डाइट में दाल, पनीर, टोफू, अंडा, मछली जैसे प्रोटीन भरे फूड्स, तो वहीं फाइबर युक्त सब्जियां, चिया सीड्स, ओट्स, साबूदाना जैसे फूड्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
करें वॉक
डिनर के बाद डायबिटीज पेशेंट को कम से कम 20 मिनट तक वॉक करना चाहिए। जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और यह ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने में मदद करती है। ऐसे में सोने और खाने के बीच कम से कम 2 घंटे का अंतराल रखें।
स्वीट ड्रिंक्स ना पीएं
शुगर पेशेंट को भूलकर भी डिनर के बाद स्वीट ड्रिंक्स नहीं पीना चाहिए। हां, यदि किसी चीज की आदत हो, तो आप इसे बदलकर ग्रीन टी पी सकते हैं, जो कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। आप चाहें तो नींबू पानी भी पी सकते हैं, जो विटामिन सी से भरपूर होता है और यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है।
करें व्यायाम
शुगर के पेशेंट को बिल्कुल भी स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए, क्योंकि तनाव से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो शुगर लेवल को बढ़ा देता है। इसलिए कम से कम 10 से 15 मिनट प्राणायाम या अनुलोम-विलोम करें। इसके अलावा हर रोज 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद लें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





