फलों का राजा आम का सीजन आ चुका है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही बाजार में आम की तरह-तरह की वैराइटीज मिलने लगती है। यह खाने में बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट होता है, जिसका डिमांड देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। पूरी दुनिया की बात करें, तो लगभग 1000 से भी अधिक तरह की आम की किस्में पाई जाती है। जिसमें विटामिन, पोटेशियम, फाइबर सहित एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, आम में कैलोरी भी होता है, जिससे शरीर को ताकत मिलती है। लोग रसीले आम को कच्चे में चटनी, अचार, खटाई, आदि बनाकर खाते हैं।
गर्मी के मौसम में आम के जूस का भी डिमांड बढ़ जाता है। कुछ लोग घर में आम की आइसक्रीम जमाकर खाते हैं। हर साल लगभग 2 करोड़ टन से अधिक आम का उत्पादन अकेले भारत में किया जाता है, जिससे आर्थिक व्यवस्था को मजबूती मिलती है।

शरीर के लिए लाभदायक
आज के आर्टिकल में हम आपको कच्चे आम के फायदे बताएंगे। कुछ लोगों को कच्चा आम बहुत पसंद होता है। वह तेज आंधी, बारिश या ओलावृष्टि के बाद पेड़ों से गिरे खट्टे आम को धोकर काटकर नमक के साथ खाना पसंद करते हैं। तो कुछ लोग इसकी चटनी भी बनाते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है।
लू से बचाव
कच्चे आम से आम पन्ना, लांजी और चटनी बनाई जाती है। यह गर्मी में शरीर को ठंडक प्रदान करता है। साथ ही लू से भी बचाता है। इसमें विटामिन और मिनरल्स मौजूद है, जो शरीर को मजबूत बनाता है। साथ ही पाचन क्रिया को तंदुरुस्त रखता है। कच्चा आम स्वाद का ही नहीं, बल्कि सेहत का भी खजाना माना जाता है। गर्मी के मौसम में कच्चे आम को अपने डाइट का जरूर हिस्सा बनना चाहिए।
होते हैं ये फायदे
इसमें मौजूद विटामिन A, C, E के साथ-साथ आयरन, फाइबर, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे शरीर को बहुत ही फायदा मिलता है। कच्चा आम शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम की भरपूर मात्रा हड्डियों को मजबूत बनता है। इसके साथ ही कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याएं दूर होती है। मेडिकल अध्ययन में यह पता चला है कि कच्चे आम में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। डायबिटीज के मरीज को डॉक्टर भी कच्चे आम का सेवन करने की सलाह देते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)