COD Scam : कैश ऑन डिलीवरी के जरिए बढ़ते ऑनलाइन स्कैम से रहें सावधान, इन बातों का रखें ध्यान

ऑनलाइन शॉपिंग में धोखाधड़ी को लेकर सतर्क रहना बहुत जरूरी है। खासकर जब आप कैश ऑन डिलीवरी का उपयोग करते हैं। यदि आपने कोई ऑर्डर नहीं किया है और पार्सल आता है तो इसे स्वीकार न करें और तुरंत संबंधित शिपिंग कंपनी, विक्रेता और पुलिस को सूचित करें। सुरक्षा उपायों का पालन करने से आप इस प्रकार के धोखाधड़ी से बच सकते हैं। कभी भी किसी अज्ञात नंबर या ईमेल से आ रहे क्यूआर कोड, लिंक या प्रमोशनल ऑफर को न खोलें।

Shruty Kushwaha
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Online Scams via Cash on Delivery : अगर आपने कोई ऑनलाइन शॉपिंग नहीं की है और आपके घर कोई पार्सल आ जाता है..वो भी कैश ऑन डिलीवरी (COD) तो सावधान हो जाएं। ये एक फ्रॉड हो सकता है। इसीलिए पैसे देने से पहले पूरी तरह जाँच कर लें और अगर आपको लगता है कि ये किसी तरह का स्कैम है तो पैकैज बिलकुल स्वीकार न करें। इन दिनों इस तरह की धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

कई बार आपको ये लग सकता है कि शायद आपके किसी दोस्त या परिवार के किसी व्यक्ति ने आपके लिए कोई सामान ऑर्डर किया हो। अक्सर हम अपने द्वारा ऑर्डर नहीं किए जाने के बावजूद ऐसे पार्सल को इसी भ्रम में ले लेते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगर कोई आपको गिफ्ट देना चाहता है तो वो कैश ऑन डिलीवरी क्यों करेगा। इसीलिए इस तरह के स्कैम को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।

कैसे होते हैं इस तरह के स्कैम 

आजकल ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान “कैश ऑन डिलीवरी (CoD)” के माध्यम से होने वाले स्कैम्स काफी बढ़ गए हैं, जिसमें लोग बिना किसी ऑर्डर के घर पर पार्सल प्राप्त करते हैं। यह एक प्रकार का फ्रॉड है, जिसमें धोखेबाज किसी व्यक्ति के नाम और पते का उपयोग करके सामान भेजते हैं और जब वह पार्सल डिलीवर होता है तो ग्राहक से पैसे की मांग की जाती है। इस प्रकार के स्कैम में लोग बिना किसी ऑर्डर के भी भुगतान करने के लिए मजबूर हो सकते हैं।

इन दिनों किसी का भी पता जानना बहुत मुश्किल काम नहीं। कभी-कभी आपके व्यक्तिगत विवरण जैसे कि नाम, पता, और संपर्क नंबर चोरी हो सकते हैं। यह जानकारी ऑनलाइन साइटों, सोशल मीडिया या किसी अन्य रास्ते से चोरी हो सकती है, जिसे धोखेबाज आपके नाम से ऑर्डर करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। कभी-कभी यह धोखाधड़ी फर्जी वेबसाइटों या डेटा ब्रीच के जरिए होती है। ये स्कैमर्स आपका पता प्राप्त करने के बाद, अपने या किसी अन्य व्यक्ति के नाम से एक ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं। यह पैकेज आपके पते पर डिलीवर होता है। जब डिलीवरी होती है तो आपसे पैसे की मांग की जाती है।

इसमें कुछ धोखेबाज अपने “फर्जी” ऑर्डर को ट्रैकिंग नंबर के साथ भेजते हैं, जिससे आपको यह लगता है कि आपने वाकई कोई ऑर्डर किया था। लेकिन जब आप पार्सल प्राप्त करते हैं और भुगतान कर चुके होते हैं तब आपको पता चलता है कि आप ठग लिए गए हैं। कई बार, स्कैमर्स फर्जी प्रमोशन या डिस्काउंट ऑफर के जरिए लोगों को आकर्षित करते हैं।

इन प्रकार की धोखाधड़ी से कैसे बचें

पहला कदम तो ये है कि अगर आपने कोई ऑर्डर नहीं किया हो तो पार्सल को एक्सेप्ट न करें। डिलीवरी पर्सन पार्सल लेने के लिए दबाव नहीं डाल सकता है क्योंकि सामान्यता कंपनियों की पॉलिसी होती है कि अगर ग्राहक पार्सल स्वीकार न करें तो वो रिटर्न हो जाता है। इसीलिए अगर डिलीवरी करने आया शख्स आपपर ज़ोर डाले तो भी उसे साफ इनकार कर दें। अगर आपको लगता है कि ये किसी परिचित के द्वारा भेजा गया है तो संभावित व्यक्ति को फोन कर इस बारे में क्रॉसचेक कर लें।

अगर आपको कोई पार्सल मिलता है जिसे आपने ऑर्डर नहीं किया तो सबसे पहले विक्रेता से संपर्क करें। इसके बाद, आप उस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म  को भी रिपोर्ट कर सकते हैं और धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यदि आपने कोई ऑर्डर नहीं किया है और आपको “कैश ऑन डिलीवरी” पैकेज मिलता है, तो कभी भी भुगतान न करें। शिपिंग कंपनी से संपर्क करें और पार्सल को वापस भेजने के लिए कहें। अगर शिपिंग कंपनी की ओर से कोई समस्या हो, तो आपको तुरंत विक्रेता से संपर्क करना चाहिए।

सावधान रहें सुरक्षित रहें

जब भी आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो अपने सभी ऑर्डरों की ट्रैकिंग जानकारी को ध्यान से देखें। अगर आपको कोई पार्सल मिलता है और आपने वह ऑर्डर नहीं किया है तो तुरंत विक्रेता या शिपिंग कंपनी से संपर्क करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे नाम, पता, फोन नंबर आदि) को सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें। यह जानकारी इन स्कैमर्स के लिए एक बड़ा अवसर हो सकती है। अपने मोबाइल और लैपटॉप सहित सभी डिजिटल डिवाइस पर अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें। जब भी आप किसी नए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या विक्रेता से शॉपिंग करते हैं तो उसके रिव्यू और रेटिंग्स देखें। यदि वह विक्रेता नया या अपरिचित है तो अधिक सावधानी बरतें। रेटिंग्स से आपको एक विक्रेता की विश्वसनीयता का अंदाजा मिलता है। जितना संभव हो कैश ऑन डिलीवरी के बजाय डिजिटल पेमेंट (जैसे डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या यूपीआई) का विकल्प चुनें। इससे धोखाधड़ी के मामलों की संभावना कम हो जाती है, क्योंकि डिजिटल भुगतान ट्रैक किया जा सकता है और सुरक्षा के उपाय होते हैं। यदि आपको धोखाधड़ी का अहसास होता है तो तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करें।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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