गर्मी के मौसम में पौधों की देखभाल करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, खासकर जब बात गुड़हल जैसे नाजुक पौधे की हो। कई बार हम पौधे को बचाने के लिए कुछ भी खाद डाल देते हैं, लेकिन यह अनजाने में नुकसान पहुंचा सकता है।
गुड़हल का पौधा गर्मी में विशेष देखभाल मांगता है। अगर सही तरीके से देखभाल की जाए, तो यह पौधा न केवल हरा-भरा रहता है, बल्कि सुंदर फूल भी देता है। आइए जानते हैं कि गर्मी में गुड़हल की देखभाल कैसे करें।

गुड़हल के पौधे के लिए सही खाद का चयन कैसे करें?
गुड़हल के पौधे को स्वस्थ रखने के लिए सही खाद का चयन बेहद जरूरी है। गर्मी के मौसम में पौधे को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप संतुलित एनपीके (NPK) खाद का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, आप घर पर उपलब्ध जैविक खाद जैसे कि गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या सड़ी हुई पत्तियों का उपयोग भी कर सकते हैं। ये खादें पौधे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती हैं और मिट्टी की गुणवत्ता को भी सुधारती हैं। ध्यान रखें कि खाद डालते समय मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है। अधिक खाद डालने से पौधे की जड़ें जल सकती हैं और पौधा सूख सकता है।
1. पानी देने की सही विधि और समय का महत्व
गर्मी में गुड़हल के पौधे को सुबह जल्दी या शाम ढलते समय ही पानी दें। दोपहर की तेज़ धूप में पानी देने से जड़ों को झटका लग सकता है। मिट्टी में उंगलियों से नमी जांचकर ही पानी दें। अत्यधिक पानी भी जड़ें सड़ा सकता है।
2. मल्चिंग और छांव का प्रबंधन
गर्मी में मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए सूखी पत्तियां, भूसा या लकड़ी की बुरादे से मल्चिंग करें। इससे न सिर्फ़ नमी बनी रहती है, बल्कि पौधा तेज़ धूप से भी बचता है। ज़रूरत हो तो छायादार नेट या छतरी का भी सहारा लें।
3. तरल जैविक खाद से मिट्टी और फसल दोनों को पोषण
गुड़हल की सही बढ़त और फूलों के लिए हर 10–15 दिन में गोमूत्र, नीम खली का पानी या कम्पोस्ट टी जैसे जैविक तरल खाद का छिड़काव करें। ये पौधे को पोषण देने के साथ-साथ मिट्टी को भी उपजाऊ बनाए रखते हैं, और कीटों से बचाव करते हैं।
गर्मी में गुड़हल के पौधे की देखभाल के लिए अन्य उपाय
- पानी देना: गर्मी में पौधे को नियमित रूप से पानी देना जरूरी है। सुबह और शाम के समय पौधे को पानी दें, ताकि मिट्टी नम बनी रहे। ध्यान रखें कि पानी अधिक न हो, वरना जड़ें सड़ सकती हैं।
- छांव में रखना: तेज धूप में पौधे को सीधे सूर्य की किरणों से बचाएं। पौधे को ऐसी जगह रखें जहां उसे परोक्ष धूप मिले।
- पत्तियों की सफाई: समय-समय पर पौधे की पत्तियों को साफ करें, ताकि धूल और कीटों से बचाव हो सके।