गर्मियों की चिलचिलाती धूप इंसानों को ही नहीं, बल्कि पौधों को भी बुरी तरह प्रभावित करती है। चाहे गमलों में लगे फूल हों या सब्जियों के पौधे, पानी देने के बाद भी पत्ते मुरझा जाते हैं, मिट्टी फट जाती है और पौधे सूखने लगते हैं। तेज धूप और लू की मार से वे भी प्यासे हो जाते हैं, लेकिन उनकी देखभाल उतनी गंभीरता से नहीं होती जितनी होनी चाहिए।
ऐसे में एक आसान और घरेलू उपाय है, एलोवेरा से बना खास घोल, जो गर्मी से जूझते पौधों को राहत देता है। यह घोल न सिर्फ मिट्टी में नमी बनाए रखता है, बल्कि पौधों को पोषण भी देता है। इस उपाय को अपनाकर आप अपने बाग-बगिचों को गर्मियों में भी हरा-भरा और जीवंत बनाए रख सकते हैं। आइए जानते हैं इसे कैसे तैयार करें और कैसे करें इस्तेमाल।

एलोवेरा से बनाएं पौधों के लिए ठंडक देने वाला घोल
गर्मियों में पौधों की जड़ों और पत्तों को नमी की ज़रूरत होती है, जो केवल पानी से पूरी नहीं हो पाती। एलोवेरा में लगभग ९८ प्रतिशत पानी और कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों को ताजगी और पोषण देते हैं।
बनाने की विधि
- एक बड़ा चम्मच ताजा या बाजार से लाया गया एलोवेरा जेल लें
- उसे एक लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाएं
- इस मिश्रण को सप्ताह में दो बार पौधों की जड़ों में डालें
- यह घोल न केवल पौधों को डिहाइड्रेशन से बचाता है बल्कि उनकी वृद्धि को भी तेज करता है। पत्तों पर चमक आ जाती है और वे धूप की मार को बेहतर ढंग से सहन कर पाते हैं।
तेज धूप में कैसे बचाएं पौधों को सूखने से?
अक्सर देखा गया है कि मई-जून की गर्मी में पौधों की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, मिट्टी दरकने लगती है और पौधा धीरे-धीरे सूखने लगता है। ऐसे में कुछ जरूरी सावधानियां अपनाकर आप अपने पौधों को बचा सकते हैं।
जरूरी सुझाव
- पौधों को सुबह या शाम के समय ही पानी दें
- दोपहर की तेज धूप से बचाने के लिए गमलों को छांव में रखें
- सप्ताह में दो बार एलोवेरा मिश्रण का छिड़काव करें
- मिट्टी पर सूखी पत्तियों या घास की परत डालें, जिससे नमी बनी रहे
- इन उपायों से न केवल आपके पौधे हरे-भरे रहेंगे, बल्कि उनका जीवनकाल भी बढ़ेगा।
- केवल त्वचा के लिए नहीं, पौधों के लिए भी चमत्कारी
जहाँ आमतौर पर लोग एलोवेरा को केवल चेहरे, बाल या स्वास्थ्य के लिए उपयोग करते हैं, वहीं यह पौधों के लिए भी उतना ही लाभकारी साबित होता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण मिट्टी की नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं।