स्वप्न रहस्य : क्या है सपनों में फूलों को देखने का अर्थ, जानिए शुभ अशुभ संकेत

Dreams

World of Dream : सपनों की दुनिया बेहद रहस्यमयी है। इन्हें मनुष्य की अवचेतन मानसिक प्रक्रियाओं का एक हिस्सा माना जाता है। सपने सोने के समय होने वाली विभिन्न मानसिक और भावनात्मक प्रक्रियाओं का परिचायक भी कहे जाते हैं। एक तरह ये ये हमारे मन मस्तिष्क की अतल गहराइयों की स्थिति को प्रतिबिंबित करते हैं। लेकिन फिर ये प्रश्न उठता है कि हमें ऐसे सपने कैसे दिखाई दे जाते हैं जिनका हमारे मन और जीवन से प्रत्यक्ष कोई संबंध नहींं होता।

क्यों आते हैं सपने ?

सपनों में हम जितना वैविध्य देखते..कई बार वो असल जीवन में अकल्पनीय होता है। इसीलिए कई स्थानों पर ये मान्यता है कि सपने भविष्यवाणी करते हैं। हालांकि विज्ञान इस बात का समर्थन नहीं करता है और सपनों को लेकर लगातार शोध होते रहे हैं। लेकिन कई स्थानों पर वहां की धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार सपनों की व्याख्या की गई है। हमारे यहां ज्योतिष शास्त्र अंतर्गत स्वप्नशास्त्र में सपनों के विभिन्न अर्थ और संकेत बताए गए हैं। आज हम जानेंगे सपनों में फूलों को अलग अलग रूप में देखने के क्या संकेत वर्णित हैं।

सपने में फूल दिखने के संकेत

  • अगर कोई आपको सपने में फूलों का गुलदस्ता देता दिखाई देता है तो ये आपके जीवन में प्रेम और स्नेह के होने का प्रतीक है। इसका ये भी अर्थ है कि आपको जल्द ही कुछ प्राप्त हो सकता है। आप किसी पुरस्कार से भी सम्मानित हो सकते हैं।
  • अगर सपने में फूल वाले पौधे नजर आते हैं तो ये आध्यात्मिकता और पूर्णता का प्रतीक होते हैं। इसका अर्थ है कि आपके जीवन में प्रसन्नता और आनंद रहेगा।
  • सपने में गेंदे का फूल देखते हैं तो ये इस बात की ओर संकेत है कि आपके हाथों से कोई अच्छा या पुण्य कार्य होने वाला है।
  • अगर सपने में लाल या पीले फूलों की क्यारियां दिखाई देती हैं तो ये शुभ माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपके जीवन में जल्द ही खुशियां आने वाली हैं या आपको अर्थ लाभ होगा।
  • अगर सपने में फूलों का बगीचा दिखता है तो ये भी शुभ होता है। इसका संकेत है कि आपको जल्द ही कोई शुभ समाचार मिलने वाला है।
  • अगर सपने में बासी या मुरझाए फूल दिखते हैं तो ये अच्छा नहीं माना जाता। इसका अर्थ है कि आपकी किसी से अनबन या झगड़ा हो सकता है। ऐसा सपना दिखने पर अपने व्यवहार को नियंत्रित रखना चाहिए।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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