लोगों के दिन की शुरुआत सुबह चाय से ही होती है। यह मूड को रिफ्रेश करने के साथ-साथ दिमाग को तारो ताजा कर देता है। चाय एक लत की तरह होता है, बिना इसके लोगों की सुबह नहीं हो पाती। हर गली, मोहल्ले, नुक्कड़ पर चाय की दुकान अवश्य देखने को मिलती है, जहां सुबह से लेकर शाम तक हर वर्ग के लोगों की भीड़ दिखाई पड़ती है, जहां अखबार पढ़ने के साथ-साथ वे चाय की चुस्कियां का लुफ्त उठाते हैं और लोगों से तमाम तरह की बातों पर चर्चा भी करते हैं। चाय लोगों का पहला प्यार भी होता है, लोग इस पर शेरो शायरियां भी करते हैं। कुछ लोग सुबह उठकर दूध वाली चाय पीना पसंद करते हैं, तो कुछ लोगों को ग्रीन टी पीना पसंद होता है। कुछ लोग तो चाय के इतने अधिक एडिक्टेड होते हैं कि वह हर घंटे इसको पी सकते हैं।
चाय का अनोखा स्वाद और इसका इतिहास बहुत ही शानदार रहा है। इसकी एक सी नजर आने वाली पत्तियां कई रूप वाली होती हैं, जिनका अपना अलग-अलग स्वाद होता है।
ग्रीन टी
सबसे पहले हम आपको ग्रीन टी के बारे में बताते हैं, जो की हरे रंग का होता है। स्वाद में भरपूर, यह सेहत का खजाना माना जाता है। लोग इसे बड़े ही चाव से पीना पसंद करते हैं। धीरे-धीरे यह लोगों के दैनिक जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है।
आपको बता दें कि ग्रीन टी की जो पत्तियां तैयार होती हैं, उसकी प्रक्रिया काफी अलग है। दरअसल, चाय की ताजी पत्तियों को पेन पर फ्री किया जाता है, जिससे उसका नेचुरल कलर और पोषण बरकरार रहता है। जब आप इसे फ्री करेंगे तो इससे हल्की सी मिठास और घास जैसी सोंधी महक आएगी।
कैमोमाइल चाय
अब हम बात करते हैं कैमोमाइल चाय की, जो की हर्बल और सौम्य स्वाद के लिए फायदेमंद होता है। इस चाय को पीकर आपको सुकून मिलेगा।
बता दें कि कैमोमाइल को सूखे फूलों से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए कैमोमाइल या बबून के फूल को गर्म पानी में डुबोया जाता है। यह एक हल्का, फूलों सा स्वाद देता है।
ब्लैक टी
ब्लैक टी बोल्ड फ्लेवर और एनर्जी देने वाले गुणों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। अधिकतर लोग इसी चाय को पीना पसंद करते हैं। इससे थकान से छुटकारा मिलता है।
इसे बनाना बहुत ही आसान है। सबसे पहले चाय की पत्तियों को तोड़कर मुरझाने के लिए रख दिया जाता है, इसके बाद उन्हें रोल करके ऑक्सिडाइज किया जाता है। फिर इसे सुखाया जाता है, जिससे यह काले रंग का हो जाता है और स्वाद में कड़ापन आ जाता है।
माचा टी
अब बात करते हैं माचा टी की, जो की नेचुरल स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। इसको पीने के बाद आपको एक अलग लेवल की एनर्जी मिलेगी, जिससे आप एकदम तरोताजा हो जाएंगे। दरअसल, यह चाय जापान से आई है।
इस चाय को बनाने के लिए जिन पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है, उसे छांव के नीचे उगाया जाता है, जिसके बाद इसे सुखाकर बारीक पाउडर के रूप में तैयार किया जाता है। यह स्वाद में मीठा होने के साथ-साथ हल्का कड़वा भी होता है, जिस कारण इसकी चाय पीने से आपको सुकून महसूस होगा।
व्हाइट टी
इस लिस्ट में व्हाइट टी का भी नाम शामिल है, जिसकी खुशबू आपके आधे सर दर्द को दूर कर देगी।
इस चाय को बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली पत्तियों को तोड़कर कंडीशन में सुखाया जाता है। इस दौरान ध्यान रखा जाता है कि पत्तियां अपने नेचुरल फ्लेवर को बरकरार रखें।
ईरानी चाय
ईरानी चाय भारत में बहुत ही ज्यादा पसंद की जाती है। दरअसल, यह स्वाद में थोड़ा कड़क होता है। इससे होने वाली सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं, सर दर्द से छुटकारा मिलता है, साथ ही एनर्जी मिलती है। बता दें कि यह चाय ईरान देश से आई है।
इसे तैयार करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले चाय की कड़क, काली पत्तियों को इलायची, लौंग और दालचीनी के साथ उबाल दिया जाता है। इसके बाद इसमें दूध और शक्कर मिलाकर इसे उबाला जाता है। इस तरह ईरानी चाय बनकर तैयार हो जाती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





