Tea Disadvantages : सर्दी में हर कोई चाय पीना बेहद पसंद करता है। अक्सर जब हम किसी के घर जाते हैं, तो लोग मेहमान नवाजी के तौर पर चाय परोसते हैं। कुछ लोगों को चाय की इस कदर लत होती है कि वह हर एक घंटे में चाय पीना पसंद करते हैं। लोग अपने स्ट्रेस को दूर करने के लिए भी चाय पीते हैं। चाय को लेकर लोग शेरो शायरी भी करते हैं। कुछ लोगों की यह पहली पसंद होती है। चाय शरीर को गर्माहट पहुंचती है, इसलिए सर्दी के मौसम में चाय की खपत बढ़ जाती है।
भारत के हर घर में चाय छानने के लिए छलनी का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल करते हैं, तो कुछ सिलिकॉन या फिर प्लास्टिक की छलनी का भी इस्तेमाल करते हैं, जो कि चाय को छानकर चाय पत्ती और अन्य इंग्रेडिएंट्स को अलग कर देती है, लेकिन चाय की छीलने का बार-बार लंबे समय तक इस्तेमाल करना बहुत से गंभीर बीमारियों को आमंत्रित करता है।
वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
जी हां! यह बिल्कुल सही है। वैज्ञानिकों ने भी चाय की छलनी को लेकर चेतावनी दी है। दरअसल, अमेरिकन केमिकल सोसायटी के जनरल ऑफ एनवायरमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जो लोग प्लास्टिक की छलनी से चाय छानते हैं, उसमें माइक्रोप्लास्टिक और नैनोप्लास्टिक निकलते हैं। यह गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर आदि के कारण बनते हैं, जो कि आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
गंभीर बीमारियों का खतरा
कुछ लोग साफ सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं, तो कुछ लोग चाय की छलनी को बस ऐसे ही धोकर सुखा देते हैं और बार-बार उसका इस्तेमाल करते हैं। जिससे उसमें गंदगी जमाती रहती है, लगातार लंबे समय तक इस्तेमाल करते रहने से यह बीमारियों को आमंत्रित करता है। शोध में यह भी पाया गया है कि इससे न केवल बॉडी के अंदर प्लास्टिक के पार्टिकल्स जाते हैं, बल्कि छलनी में जमी हुई गंदगी भी शरीर के अंदर जाती है। इससे बहुत सी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
खराब क्वालिटी वाली प्लास्टिक का किया जाता है इस्तेमाल
शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, जब चाय गरम होती है, तब इससे छलनी से छानने पर प्लास्टिक के रसायन पेय में घुल जाते हैं। चुंकि, चाय की छलनी बहुत ही खराब क्वालिटी वाली प्लास्टिक से बनाकर तैयार किया जाता है, जो कि गरम चाय छानते ही पिघलना शुरू हो जाता है। इससे उसमें मौजूद केमिकल और माइक्रो प्लास्टिक पिघल कर चाय में चले जाते हैं और यह आपके लिए जानलेवा होता चला जाता है। इस तरह आप जाने अनजाने में गंभीर बीमारियों के शिकार होते चले जाते हैं।
अपनाएं ये टिप्स
हालांकि, इससे बचाव के लिए वैज्ञानिकों द्वारा कुछ उपाय भी बताए गए हैं। इसके लिए आपको छलनी को गर्म पानी में भिगोकर ब्रश से धोते रहना है। इससे गंदगी निकल जाएगी। इसके अलावा आप चाय की चलने को सिरका और बेकिंग सोडा से साफ कर सकते हैं। चाय की छलनी को साफ करने के लिए नींबू और नमक का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मदद से आप इसमें जमी गंदगी को हटा सकते हैं। ऐसा आप सप्ताह में 1 से 2 बार कर सकते हैं, जिससे साफ-सफाई बनी रहे।