दुनिया भर में मौजूद सारे देश अपने अलग-अलग नियम और कानून का पालन करते हैं। इनमें भारत एक ऐसा देश है, जहां सभी समुदाय के लोग समान अधिकार के साथ जीते हैं। भारत विकासशील देश है, जो लगातार इस पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोगों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा हमेशा किसी न किसी नियम में बदलाव या संशोधन किए जाते हैं। यहां हमेशा कोई-ना-कोई त्योहार भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
आज हम आपको उसे देश के बारे में बताएंगे, जहां की सरकार हिंदू कैलेंडर के हिसाब से चलती है इस देश के बारे में सुनकर आपका दिमाग हिल जाएगा अच्छे से अच्छे धुरंधर भी इसका नाम नहीं जानते हैं।

हिंदू नव वर्ष 2082 की शुरुआत
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष 2082 की शुरुआत हो चुकी है। इस दिन भारत में भी नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। देश के विभिन्न हिस्से में तरह-तरह के नाम से इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। सालों पहले भारत में विक्रम संवत से चलने वाले हिंदू कैलेंडर का इस्तेमाल किया जाता था। हालांकि, अब देश में ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि अंग्रेजी कैलेंडर है।
नेपाल
हालांकि, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में अब हिंदू कैलेंडर उसे नहीं होता, लेकिन एक देश अभी भी ऐसा है जहां आज भी सारे काम का हिंदू कैलेंडर के हिसाब से होते हैं और इस देश का नाम नेपाल है, जहां महीने चैत्र और फाल्गुन होते हैं। यह दुनिया का एकमात्र देश है, जहां अभी भी हिंदू कैलेंडर को आधिकारिक कैलेंडर माना जाता है और उसी के अनुसार यहां सारे प्रशासनिक कामकाज किए जाते हैं।
इतिहास
इतिहास की बात करें, तो नेपाल में सबसे पहले साल 1901 ईस्वी में हिंदू कैलेंडर इस्तेमाल में लाया गया था, जिसे राणा वंश ने आधिकारिक कैलेंडर की मान्यता दी थी। देश में साल का पहला दिन वैशाख महीने का पहला दिन होता है, जिसे यहां के स्थानीय लोग नए साल के रूप में मनाते हैं और अपने सारे पुराने गिले शिकवे भूलकर जिंदगी में आगे बढ़ते हैं।