भारत में हर एक राज्य अलग-अलग चीजों के लिए प्रसिद्ध है। कोई स्थान धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है, तो कोई राज्य शिक्षा का गढ़ माना जाता है। किसी राज्य में खेती अधिक होती है, तो कोई राज्य समुद्री तटों के कारण पूरे विश्व भर में विख्यात है। इसके अलावा कुछ राज्य ऐसे भी है, जहां भारत के ऐतिहासिक धरोहर स्थित है। ऐसे में आज हम आपको देश के उसे राज्य से रूबरू करवाएंगे, जिसे लीची कैपिटल भी कहा जाता है।
हमारा देश एक ऐसा स्थान है, जहां सभी प्रकार के फल फूल उगाए जाते हैं। जिनमें से एक लीची भी है। यह सभी बड़े चाव से खाते हैं। देखने में ऊपर से लाल रंग और खाने में मीठा होता है। इसके स्वाद का हर कोई दीवाना होता है।
उपोष्णकटिबंधीय फल
लीची एक उपोष्णकटिबंधीय फल है, जिसका बाहरी आवरण लाल रंग का होता है और अंदर का खाल मुलायम सफेद रंग का होता है। इसके अंदर एक बीज भी होता है। यह एक रसदार फल है, जो मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है। गर्मियों में अधिकतर मार्केट में इसकी बिक्री बढ़ जाती है। लोग इसे बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं।
बिहार
ऐसे में आज हम आपको उस राज्य के बारे में बताएंगे, जिसे लीची कैपिटल कहा जाता है। दरअसल, भारत के कई राज्यों में लीची का उत्पादन किया जाता है। इससे किसान को बड़ी मात्रा में रोजगार मिलती है। वहीं, इस राज्य का नाम बिहार है, जो कि लीची का प्रमुख उत्पादक है। यह देश में कुल लीची उत्पादन में लगभग 40% योगदान देता है। यहां मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर में लीची का उत्पादन बहुत अधिक मात्रा में होता है। यहां का अनुकूल उपोष्णकटिबंधीय जलवायु और उपजाऊ मिट्टी लीची उत्पादन के लिए फिट मानी जाती है।
विदेश में होता है निर्यात
बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड में सबसे अधिक लीची उगाई जाती है। यहां से न केवल भारत में ही लीची का सप्लाई किया जाता है, बल्कि बड़े पैमाने पर विदेश में भी इसके निर्यात किए जाते हैं। यदि आपको कभी बिहार जाने का मौका मिले और लीची का सीजन हो, तो अवश्य लीची खाएं।





