The Surprising Truth about Bathroom and Toilet Hygiene : बाथरूम की गंदी सतहों पर कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस पनप सकते हैं, जैसे ई. कोलाई (E. coli), साल्मोनेला (Salmonella) और स्टैफ (Staph)। ये सूक्ष्मजीव बीमारियों का कारण बन सकते हैं और त्वचा, श्वास रोग या पाचन समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं। गंदे बाथरूम में फंगल इंफेक्शन, लूज़ मोशन, स्किन रैशेज और अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। टॉयलेट सीट, फ्लश बटन, और सिंक के हैंडल पर आसानी से बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं। नियमित सफाई से इन संक्रमणों का खतरा कम होता है।
बाथरूम और टॉयलेट से जुड़े Facts
बाथरूम और टॉयलेट हमारे जीवन के उन महत्वपूर्ण स्थानों में से एक हैं जिनका उपयोग हम रोज़ाना करते हैं। हालांकि, इन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है लेकिन इनकी स्वच्छता और सही उपयोग हमारी सेहत और जीवनशैली को गहराई से प्रभावित करते हैं। आज हम आपके लिए बाथरूम और टॉयलेट से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य लेकर आए हैं, जो आपको चौंका सकते हैं।
- टॉयलेट सीट कितनी गंदी होती है : टॉयलेट सीट उतनी गंदी नहीं होती जितना हम सोचते हैं । आम धारणा के विपरीत, टॉयलेट सीट पर उतने बैक्टीरिया नहीं होते जितने कि अन्य सतहों पर हो सकते हैं। टॉयलेट सीट्स को अक्सर साफ किया जाता है, इसलिए सिंक के हैंडल और दरवाजों के हैंडल की तुलना में वे तुलनात्मक रूप से अधिक स्वच्छ हो सकते हैं। एक रिसर्च से पता चला है कि बाथरूम में मौजूद अन्य जगहों जैसे फ्लश बटन, सिंक के हैंडल, और दरवाजे के हैंडल में ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं। टॉयलेट सीट वास्तव में तुलनात्मक रूप से स्वच्छ होती है, क्योंकि इसे नियमित रूप से साफ किया जाता है।
- बाथरूम-टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल : बाथरूम या टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल जोखिम भरा हो सकता है। टॉयलेट में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना इसे बैक्टीरिया के संपर्क में ला सकता है, जो फिर हमारे चेहरे, हाथों और भोजन तक पहुंच सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि टॉयलेट में उपयोग किए गए मोबाइल फोन पर ई. कोलाई और अन्य हानिकारक बैक्टीरिया पाए गए।बाथरूम में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना बैक्टीरिया के संपर्क में आने का कारण बन सकता है।
- कैसे धोएं हाथ : हाथ धोना ज़रूरी लेकिन कैसे ? हाथ धोने का सही तरीका होता है कि साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक दोनों हथेलिया आपस में रगड़ी जाएं। गुनगुने पानी का उपयोग करना अधिक फायदेमंद हो सकता है। कई लोग जल्दबाज़ी में हाथ धोते हैं जिससे बैक्टीरिया पूरी तरह से साफ नहीं हो पाते हैं।
- अपना टॉवेल साफ रखें : बाथरूम में तौलिये का बार-बार इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है । आपके तौलिए में नमी बनी रहती है, जो बैक्टीरिया के बढ़ने के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, हर दो-तीन दिन में तौलिए को धोना आवश्यक है, ताकि यह सुरक्षित रहे।
- टॉयलेट का फ्लश ढंककर करें : टॉयलेट का फ्लश करते समय ढक्कन बंद करना चाहिए । फ्लश करने से पानी के साथ सूक्ष्म बूंदों में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस हवा में फैल सकते हैं, जिसे “टॉयलेट प्लम” कहा जाता है। ये बूंदें 6 फीट तक की दूरी तक फैल सकती हैं और 6 घंटे तक हवा में रह सकती हैं। इसलिए फ्लश करने से पहले ढक्कन बंद कर देना चाहिए।
- कहां रखें टूथब्रश : बाथरूम में टूथब्रश रखने की जगह का ध्यान रखना चाहिए । अगर टूथब्रश को टॉयलेट के पास रखते हैं तो फ्लश से उठने वाले बैक्टीरिया उस पर भी पहुंच सकते हैं। इसे सुरक्षित रखने के लिए ढक्कन वाला ब्रश होल्डर इस्तेमाल करना चाहिए या फिर किसी अलग जगह पर रखना चाहिए।
- बाथरूम को सूखा और स्वच्छ रखें : बाथरूम को सूखा और हवादार रखना चाहिए । नमी से वातावरण में फंगस और मोल्ड जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए बाथरूम को रोजाना अच्छी तरह से वेंटिलेट करना चाहिए ताकि नमी निकल सके और हवा का प्रवाह बना रहे।