Taj Mahal Fact : ताजमहल के बारे में हर कोई जानता है। बच्चों को किताबों से ही इसकी जानकारी होती है। इसे शाहजहां ने मुमताज की याद में बनवाया था। यह दुनिया के 7 अजूबे में से एक माना जाता है। सफेद संगमरमर के पत्थर से तैयार किए गए इस मकबरे को देखने के लिए लोग दूर-दराज से आते हैं। सालों भर यहां लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। पूर्णिमा की रात ताजमहल की सुंदरता देखने लायक होती है। यह सच्चे प्यार की निशानी मानी जाती है। यहां की खूबसूरती अलग लेवल की मानी जाती है। शादी के बाद अक्सर कप्लस यहां हनीमून मनाने आते हैं।
ताजमहल से जुड़ी बहुत सी रहस्यमई बातें प्रचलित है। ऐसे में आज हम आपको इससे जुड़ा एक बड़ा फैक्ट बताने जा रहे हैं, जो शायद ही बहुत कम लोगों को पता होगा।
रात को क्यों रहता है अंधेरा? (Taj Mahal Unknown Facts)
किसी भी टूरिस्ट प्लेस में पर्यटकों को एक लिमिट टाइम पीरियड के अकॉर्डिंग ही घूमने और एक्सप्लोर करने का मौका मिलता है। ठीक वैसे ही ताजमहल पर्यटकों के लिए सुबह 6:00 बजे खोल दिया जाता है और शाम 6:30 बजे इसके द्वार बंद कर दिए जाते हैं। जगह को खाली करवा दिया जाता है। शाम 6:30 के बाद यहां प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में आपने सुना या बहुत से लोगों ने देखा भी होगा कि रात के समय ताजमहल में अंधेरा रखा जाता है। लाइट नहीं जलाई जाती है। क्या आपके मन में यह कभी प्रश्न नहीं उठा कि ऐसा क्यों किया जाता है?
हैरान कर देगी वजह
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ताज महल में लाइट इसलिए नहीं जलाई जाती, क्योंकि यहां पर कीट-पतंगे बहुत अधिक मात्रा में है, जो रोशनी की तरफ बहुत जल्दी आकर्षित होते हैं। ऐसे में यदि ताजमहल के अंदर रोशनी की जाए, तो ये कीड़े यहां आकर गंदगी करते हैं, जिससे ताजमहल की खूबसूरती खराब हो सकती है। इसके अलावा, दाग के निशान टाइल्स को खराब कर सकते हैं। इसलिए यहां पर लाइट नहीं जलाई जाती है।
लाइट जलाने पर है रोक
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी इस पर एक रिपोर्ट जारी किया था। जिसके अनुसार, कीड़ों से ताजमहल को नुकसान पहुंचता है और संगमरमर पर इनके निशान रह जाते हैं। जिस कारण साल 1997 के बाद ताजमहल की सुरक्षा और सफाई को ध्यान में रखते हुए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा रात के समय यहां लाइटिंग जलाने पर रोक लगा दी गई है। यही एक बड़ा कारण है कि यहां पर लाइट नहीं जलाई जाती। हालांकि, बहुत से लोग इसके पीछे अन्य बहुत से कारण मानते हैं लेकिन फैक्ट यही है कि कीड़ों के वजह से ही यहां पर लाइट नहीं जलाई जाती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)