हर कोने की जरूरत के हिसाब से हो लाइटिंग 

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। लाइटिंग ना सिर्फ किसी भी स्पेस को रोशनी देने के लिए होती है बल्कि इंटीरियर मैं तो इसका प्रभाव इतना ज्यादा होता है कि इसमें पूरे इंटीरियर का एंबिएंस लुक और उस स्पेस का मूड भी बदल जाता है इससे उस स्पेस की उपयोगिता पर 60 फ़ीसदी से भी ज्यादा फर्क आ जाता है यह वैज्ञानिक तथ्य है कि सुबह उठने के साथ ही अगर आपको अच्छी मात्रा में नेचुरल लाइट मिले तो उससे आपके मूड में जबरदस्त सकारात्मक असर होता है इस तरह सूर्यास्त के बाद से सोने तक आप किसी तरह की लाइटिंग में है या आपकी नींद की गुणवत्ता का सीधा प्रभाव डालता है इसलिए जानते हैं कि अच्छी लाइटिंग के लिए क्या करना जरूरी।

जनरल लाइटिंग


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Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”