भारत का हर एक शहर अपनी विविध संस्कृति, सभ्यता और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है। पूर्व से लेकर पश्चिम तक… उत्तर से लेकर दक्षिण तक… चारों दिशाओं में एक से बढ़कर एक घूमने फिरने वाले स्थान है। यहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। यहां की संस्कृति, खानपान, पहनावा-उढ़ावा इसे बाकी सभी देशों से अलग बनाता है। वहीं, यहां स्थित हर एक शहर की अपनी अलग-अलग खासियत है। कुछ शहर पूरे देश भर में प्रसिद्ध है, तो कुछ ऐसे भी शहर हैं जो विश्व भर में पर्यटन स्थल के रूप में जाने जाते हैं।
प्रत्येक शहर की अपनी भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक विशेषताएं होती है। आज हम आपको भारत के उन शहरों से रूबरू करवाएंगे, जो पूरी दुनिया में फेमस है। यहां सालों भर सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है। इस देश की आर्थिक व्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।

अहमदाबाद
भारत का अहमदाबाद शहर अपने आप में अनोखा है, क्योंकि इस यूनेस्को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। ऐसे में या भारत का पहला यूनेस्को विश्व धरोहर शहर है। यह 15वीं शताब्दी का ऐतिहासिक नगर है, जो कि औद्योगिक रूप में विकसित हो चुका है। इसे बहुत पहले मैनचेस्टर भी कहा जाता था।
कोच्चि
विश्व भर में मशहूर भारत का कोच्चि शहर भीआधुनिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध है। अरब सागर की रानी के नाम से प्रसिद्ध यह शहर केरल का वाणिज्य केंद्र है। इसके अलावा, यह भारतीय बंदरगाहों का महत्वपूर्ण स्पॉट है, जहां से भारत और विदेशों में सामान का आयात और निर्यात किया जाता है।
दार्जिलिंग
इस लिस्ट में पश्चिम बंगाल का दार्जिलिंग शहर भी सुमार है, जो कि 2134 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद एक हिल स्टेशन है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों का मन मोह लेती है। खासकर लोग यहां पर चाय के बागान और टॉय ट्रेन का आनंद लेने के लिए जाते हैं। यहां कई सारी फिल्मों की भी शूटिंग की जा चुकी है। अक्टूबर से अप्रैल का महीना यहां जाने के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है।
गंगटोक
हिमालय की गोद में बसा गंगटोक भी विश्व भर में भारत का अनोखा शहर बन चुका है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक से कंचनजंगा का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है। इसके अलावा, यहां पर बौद्ध की प्रसिद्ध मंदिर हैं। प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों का मन मोह लेती है।
हरिद्वार
देवों की भूमि हरिद्वार भी पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। यह उत्तराखंड के धार्मिक नगरों में शामिल है, जो कि गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां मंदिरों की घंटियां 24 घंटे सुनाई देती है। इसके अलावा, यहां कुंभ मेले का भी आयोजन किया जाता है।