किचन में रखी ये 1 चीज गुड़हल के पौधे को बनाएगी हरा भरा, फूलों से लदा रहेगा गमला

आपके गुड़हल के पौधे में फूल आना बंद हो गए हैं, तो आपको किचन से जुड़ी इस 1 चीज को इसमें डालना है। इसका असर आपको मात्र 1 हफ्ते में दिखने लग जाएगा।

Sanjucta Pandit
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Hibiscus Plant

Plant Care : हम सभी अपने घर या आसपास गार्डन या सड़क के किनारे गुड़हल के फूल को अवश्य ही देखे होंगे। इस फूल को हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण दिया जाता है। ऐसे में यदि आपके गुड़हल के पौधे में फूल आना बंद हो गए हैं, तो आपको किचन से जुड़ी इस 1 चीज को इसमें डालना है। इसका असर आपको मात्र 1 हफ्ते में दिखने लग जाएगा।

लोगों को अपने घर पर गार्डनिंग करने का बहुत शौक होता है। इसलिए वह अपने बगीचे में तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाते हैं, जिनमें गुड़हल का फूल भी शामिल है। जिसका इस्तेमाल पूजा के लिए भी किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह फूल मां दुर्गा को अति प्रिय, जिसे लाल फूल के नाम से भी जाना जाता है।

गुड़हल का पौधा (Hibiscus care)

अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि बरसात के मौसम में पौधे पर काफी ज्यादा फूल खिलने लगते हैं, लेकिन कभी-कभी इसमें फूल आना भी बंद हो जाता है, जिससे लोग परेशान हो जाते हैं। उसकी बहुत से मुख्य वजहें होती है। इनमें पर्याप्त पोषक तत्वों की कमी भी शामिल है। जिस कारण पौधे सूखने की कगार पर आ जाते हैं। ऐसे में आज हम आपके किचन की एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे पौधे पर डालते ही यह पहले जैसे तरो-ताजा हो जाएगा।

प्याज के छिलकों का करें इस्तेमाल

अमूमन हर किसी के घर में प्याज का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बगैर सब्जी का स्वाद अधूरा रहता है, चाहे कोई भी सब्जी बनानी हो और उसका टेस्ट अलग करना हो, तो प्याज जरुरी है। लोग इसके छिलके को फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं गुड़हल के पौधे को ताजा करने के लिए यह रामबाण इलाज माना जाता है। प्याज के छिलके में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन जैसे महत्वपूर्ण हो सकता तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों की जड़ों में जाकर उसे फायदा पहुंचाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि प्याज के छिलके गुड़हल के पौधों के लिए कैसे आवश्यक हो सकते हैं। दरअसल, आप इसे खाद की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले प्याज के छिलकों का खाद बनाना होगा, जिससे पौधों की जड़ों को पोषक तत्व मिल जाएगा।

ऐसे बनाएं खाद

इसके लिए सबसे पहले आपको 4 या 5 मुट्ठी प्याज के छिलके लेकर उसे ठंडे पानी में भिगो देना हैं। जिसे करीब 2 दिन के लिए ढककर रख दें। फिर 2 दिन बाद प्याज के पानी से छिलके को बाहर निकालें और उसे गुड़हल के पौधों की जड़ों पर डाल दें, जिससे मिट्टी के अंदर जड़ों तक यह अच्छी तरह से पहुंच जाए।

सरसों का भी कर सकते हैं उपयोग

इसके अलावा, आप गुड़हल के पौधों में पीली सरसों डाल सकते हैं। सरसों में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम और सल्फर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके लिए आपको एक कप पीली सरसों को ग्राइंडर में अच्छी तरह से पीस लेना है। जब यह पाउडर के रुप में तैयार हो जाए तो, इसमें आधा मग पानी डालकर इसका लिक्विड तैयार कर लें। फिर इसे पौधे की जड़ों में डाल दें।


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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